विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर बाल श्रम के विरूद्ध जागरूकता बढ़ाने को लेकर बुधवार को जिला प्रशासन एवं श्रम संसाधन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जागरूकता वाहन को डीएम सौरव जोरवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह प्रचार वाहन पूर्वी चंपारण जिले के सभी प्रखंडों में बाल श्रम के रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करेंगा। मौके पर डीएम ने कहा कि बाल श्रम एक अभिशाप है और यह राष्ट्र की प्रगति में बाधक है,। क्योंकि बच्चे राष्ट्र की भविष्य हैं। बाल श्रम से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होता है। ऐसे में आज हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हम बाल श्रम के विरुद्ध आवाज उठाएंगे और बच्चों को उचित शिक्षा और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने का प्रयास करेंगे।
उन्होने कहा कि बाल श्रम रोकने के लिए कड़े कानून बनाए गए हैं। बाल श्रम के विरूद्ध श्रम संसाधन विभाग की धावा दल के द्धारा लगातार छापेमारी कराई जा रही है,बच्चो से मजदूरी कराने वाले पकड़े भी जा रहे हैं। डीएम ने कहा कि बाल श्रम को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
श्रम अधीक्षक सत्यप्रकाश ने कहा कि विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया है,उन्होने बाल श्रम के रोकथाम के लिए बेहतर कार्य करने के लिए राज्यस्तर पूर्वी चंपारण जिला को पुरस्कृत किया जायेगा। उन्होने बताया कि जिला प्रशासन एवं श्रम संसाधन विभाग बाल श्रम के विरूद्ध कटिवद्ध है।अगामी दिनो में व्यापक स्तर अभियान चलाया जायेगा। कार्यक्रम में जिला प्रशासन व श्रम संसाधन विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे।