अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/ मिर्जापुर यूपी के मिर्जापुर जिले के छानबे विधानसभा से अपना दल (एस) के विधायक राहुल प्रकाश कोल कैंसर से जंग हार गए। उन्होंने गुरुवार सुबह मुंबई स्थित अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह मात्र 40 वर्ष के थे और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे। उनके पार्थिव शरीर को हवाई जहाज बाबतपुर एयरपोर्ट लाया जाएगा। उसके बाद सड़क मार्ग से पैतृक आवास तक ले जाया जाएगा। उनके पिता पकौड़ी कोल अपना दल(एस) से राबर्ट्सगंज (सोनभद्र) से सांसद हैं। राहुल प्रकाश कोल की निधन की खबर से जिले में शोक की लहर है। तमाम समर्थकों का उनके आवास पर पहुंचने का भी सिलसिला जारी है। राहुल प्रकाश कोल 2022 में छानबे विधानसभा से लगातार दूसरी बार अपना दल (एस) से विधायक बने थे। भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी राहुल प्रकाश कोल सभी सियासी समीकरण ध्वस्त करते हुए 40 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ लगातार दूसरी बार जीते थे। इससे पहले 2017 के चुनाव में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्होंने बसपा के धनेश्वर गौतम को लगभग 57 हजार मतों से पराजित किया था। तब उनकी गिनती उत्तर प्रदेश के सबसे युवा विधायकों में हुई थी। राहुल प्रकाश कोल के निधन पर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, प्रवक्ता राजेश पटेल सपा और भाजपा के नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। राहुल प्रकाश कोल छानबे विधानसभा सीट पर लगातार दूसरी बार विजयी हुए और विधायक बने। 15 दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने छानबे विधायक से उनके आवास पर मुलाकात की थी। राहुल कोल को ढाढस बंधाते उनकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर दिखी थी। कोल बिरादरी का राहुल प्रकाश कोल बड़ा चेहरा थे। जनपद मिर्जापुर में युवा विधायक के रूप में राहुल प्रकाश कोल अपनी एक जगह बना चुके थे। क्षेत्र के लोगों से निरंतर मुस्कुराते हुए मिलने के बाद उनकी समस्याओं का समाधान करने का अथक प्रयास उनके द्वारा निरंतर किए जाते रहने की बात लोग कर रहे हैं। दो बेटी और एक बेटे के पिता राहुल प्रकाश कोल के निधन की खबर से पार्टी को लोग मर्माहत हैं। लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय पर गुरुवार को होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया गया। पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मौन रखकर राहुल प्रकाश कोल को श्रद्धांजलि अर्पित की। सोशल मीडिया पर चाहे चट्टी चौराहे पर हर किसी की जुबान पर राहुल प्रकाश कोल सुने जा रहे हैं। हर किसी की जुबान पर उनके याद साझा किए जा रहे हैं।राहुल प्रकाश कोल ने स्नातक के साथ ही एलएलबी की है। उन्होंने कुछ समय वकालत भी की। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए उन्होंने राजनीति में इंट्री ली। अपना दल (एस) युवा मंच के अध्यक्ष बने। 2017 में मिर्जापुर जिले की सुरक्षित सीट छानबे से मैदान में उतरे और पहली बार विधायक बने।