नई दिल्ली। पीएम मोदी ने गुरुवार को देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और इससे संबंधित पहलुओं को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। यह बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया की बुधवार को ली गई उच्च स्तरीय बैठक के ठीक दूसरे दिन हुई है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय वर्चुअल समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर समेत अन्य लोगों में शामिल थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा- चीन की स्थिति पर हमारी नजर है। हमनें अभी तक कोई ट्रेवल एडवायजरी नहीं जारी की है। लेकिन जो यात्री जिस देश के हैं, वहां के गाइडलाइंस उन्हें फॉलो करने चाहिए।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 18 साल और उससे अधिक उम्र के उन लोगों के लिए बूस्टर खुराक के रूप में अपने कोवोवैक्स वैक्सीन के लिए डीसीजीआई की मंजूरी मांगी है। ये वैक्सीन उन लोगों को दी जा सकेगी जिन्हें कोविशील्ड या कोवाक्सिन की दो खुराकें दी गई हैं।
केंद्र सरकार ने बताया- कोरोना के इलाज के लिए गंगा नदी के पानी पर रिसर्च को लेकर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से हमें किसी भी प्रकार का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। इधर, दिल्ली एम्स में भी एक बार फिर से मास्क जरूरी कर दिया गया है।
बैठकों का दौर जारी
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने देशवासियों से कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने आग्रह किया। साथ ही उन्होंने लोगों से संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन कराने की भी सलाह दी। बैठक के दौरान इस बात पर खास जोर दिया कि, कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को पूरी तरह से तैयार रहने और निगरानी को मजबूत करने के निर्देश दिए।
नए वैरिएंट के अब तक चार मामले
आपको बता दें, पिछले छह महीनों के दौरान देश में बीएफ.7 ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट के चार मामले दर्ज किए गए। कोविड का यह वैरिएंट चीन में संक्रमण के मौजूदा उछाल के लिए जिम्मेदार है। जानकारी के मुताबिक, देश में इस वक्त कोविड-19 के 10 अलग-अलग वैरिएंट मौजूद है, जिनमें बीएफ.7 नवीनतम है। पड़ोसी देश चीन में संक्रमण की स्थिति में तेजी देखते हुए, केंद्र सरकार ने हवाईअड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू कर दी है। अमेरिका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्र ांस सहित विभिन्न देशों में कोरोना संक्रमण के मामलों की रफ्तार तेज देखी जा रही है।
जीनोम-सीक्वेंसिंग बढ़ाने की सलाह
मामले में अधिक जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं। उन्होंने राज्यों को सलाह देते हुए कहा कि, कोविड-19 के नए संस्करण की समय पर पहचान करने के लिए जीनोम-सीक्वेंसिंग बढ़ाएं। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोविड महामारी के प्रबंधन में सक्रिय रहा है। केंद्र ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्यों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की है। अब तक 220 करोड़ कोविड वैक्सीन शॉट दिए जा चुके हैं। मांडविया ने दावा किया कि दुनिया भर में कोविड के मामले बढऩे के बावजूद भारत में कोविड मामलों की संख्या घट रही है।
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