अवधनामा संवाददाता
अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की जमीन में हुए फर्जीवाड़ा का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। सदर तहसील प्रशासन पर सवालिया निशान उठाते हुए भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीयता वादी अराजनैतिक संगठन ने इस पूरे प्रकरण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में लाएगा। अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा की जमीन में 50 लाख से ऊपर हुए फर्जीवाड़े में सदर तहसील प्रशासन के कानूनगो व लेखपाल सहित कई अन्य लोग शामिल हैं। भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीयतावादी अराजनैतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में जनौरा क्षेत्र के निवासी अशोक कुमार पुत्र बहोरे की करीब 4 से 5 विसवा बेशकीमती जमीन का अधिग्रहण शासन स्तर पर हुआ था, और अभिलेखों में जनौरा निवासी अशोक कुमार की कोहनी का निशान लगाया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस अशोक कुमार की यह जमीन दिखाई गई है वह विगत 20 वर्ष से लापता है। मजेदार बात तो यह है कि किसी भी बैनामा के अभिलेख में कानूनगो और लेखपाल सहित तहसील सदर प्रशासन द्वारा कौन जिंदा है और कौन मुर्दा इसकी विधिवत जांच की जाती है, लेकिन हवाई अड्डे में उक्त जमीन के अधिग्रहण के दौरान कानूनगो और लेखपाल ने यह जानना बेहतर नहीं समझा कि अशोक कुमार पुत्र बहोरे जीवित है या नहीं। भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीयतावादी के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ने तहसील प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 24 घंटे में इस मामले में कार्रवाई ना हुई तो आगामी 1 जुलाई को लखनऊ मुख्यालय पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाते हुए मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे, जिसमें तहसील प्रशासन की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।
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