अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा संप्रेक्षण गृह किशोर न्यायालय बोर्ड ललितपुर कारागार में राजयोगिनी बीके चित्ररेखा दीदी के मार्गदर्शन द्वारा बीके रूबी बहन ने कहा कि हम सभी के जीवन में अनुशासन का होना अति आवश्यक है। उन नियमों एवं मर्यादा के अनुसार स्वयं को चलाना जो समाज में सभी के भले के लिए अत्यंत आवश्यक है। जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन जरूरी है, खासकर विद्यार्थी जीवन एवं किशोरावस्था में तो इसका बहुत महत्व है। वह विद्यार्थी ही क्या जो अनुशासित ना हो एक अनुशासित विद्यार्थी ही सफलता की मंजिल तक पहुंच सकता है। साथ में धैर्यता भी हमारे जीवन में अति आवश्यक है। जो मनुष्य के जीवन में पल-पल परिस्थितियां तो बदलती ही रहती है जीवन में सफलता-असफलता जय-पराजय लाभ-हानि की घडिय़ां भी आया करती हैं। हमें उस समय को बहुत सोच समझकर अच्छी रीति धैर्यता के गुण से पास करना चाहिए। धैर्य का अर्थ है हम उतावलापन या जल्दबाजी न करें, बल्कि अच्छी तरह सोच समझकर शांति पूर्वक ईश्वर को याद करके कार्य करें अथवा इंतजार करें। धैर्य रखने से हम अनावश्यक परेशानियों एवं अपराधों से बच सकते हैं। एवं बीके निशा बहन ने शिक्षाप्रद कहानियों के माध्यम से बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा से मनोरंजन कराया। कार्यक्रम के अंत में राजयोग मेडिटेशन करा कर उन सभी को मानसिक तनाव से मुक्त होने की विधि बताई। साथ में बीके रामस्वरूप साहू भाई एड. भी उपस्थित रहे।