सीएए और एनआरसी को लेकर पूरे भारत में विरोध हो रहा है और कई राज्यों में इस कानून को लागू न करने के प्रस्ताव भी पारित हो गये हैं।
समूचे भारत में नागरिकता संशोधन कानून सीएए के ख़िलाफ़ जहां विरोध प्रदर्शनों का क्रम जारी है और प्रतिदिन यह व्यापक रूप धारण करता जा रहा है वहीं केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इसमें बदलाव हो सकता है। उन्होंने कहा कि सीएए पर सरकार ने कुछ सुझाव मांगे हैं।
उल्लेखनीय है कि सीएए और एनआरसी को लेकर पूरे भारत में विरोध हो रहा है और कई राज्यों में इस कानून को लागू न करने के प्रस्ताव भी पारित हो गये हैं।
जानकार हल्कों का मानना है कि RSS के दिशा- निर्देश पर चलने वाली भाजपा सरकार ने भारतीय जनमत के सामने घुटने का संकेत दे दिया है।
इसी प्रकार इन जानकार हल्कों का मानना है कि जनमत के सामने सिर झुका देने में ही भाजपा सरकार की भलाई है वरना उसे उन हालात का भी सामना करना पड़ सकता है जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की होगी और जितना अधिक दिनों तक वह जनता की मांगों की उपेक्षा व अवहेलना करती रहेगी उतना ही वह अपने पतन के निकट होती जायेगी और असाधारण से भारत के अलावा विदेशों में भी उसकी छवि बहुत ख़राब हो रही है और भाजपा के प्रति लोगों की घृणा में बहुत तेज़ी से वृद्धि हो रही है।