पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन के बाद उनका देहदान किया जायेगा। देहदान की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी की जाएगी, जबकि उनके नेत्रदान की प्रक्रिया गुरुवार को संपन्न होगी। यह जानकारी सीपीएम के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने दी है।
मोहम्मद सलीम ने बताया कि गुरुवार सुबह निधन के बाद बुद्धदेव का पार्थिव शरीर रिश्तेदारों व मित्रों के अंतिम दर्शन के लिए उनके पाम एवेन्यू स्थित घर में रखा गया है। इसके बाद उनके शरीर को संरक्षित किया जाएगा। गुरुवार को ही उनके नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और फिर उनके शरीर को सरकारी अस्पताल में सौंपा जाएगा। एसएसकेएम अस्पताल को उनका देहदान किया जाएगा।
शुक्रवार सुबह 10 बजे बुद्धदेव का पार्थिव शरीर अलीमुद्दीन स्ट्रीट के कार्यालय में लाया जाएगा और वहीं से शाम चार बजे उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी। उनकी इच्छा के अनुसार, अंतिम यात्रा के बाद उनका शरीर दान कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार सुबह 8:20 बजे बुद्धदेव भट्टाचार्य का पाम एवेन्यू स्थित उनके घर में निधन हो गया। खबर मिलने के बाद सीपीएम के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम तुरंत वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने काफी कोशिश की लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर गुरुवार को घर पर ही रखा जाएगा। देश के विभिन्न हिस्सों से लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने आ रहे हैं इसलिए आज अंतिम यात्रा संभव नहीं है। दिल्ली और उत्तर बंगाल से आने वाले लोग रात में यात्रा कर पहुंचेंगे, उनके लिए उनके शरीर को संरक्षित रखा जाएगा। शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शरीर अलीमुद्दीन (पार्टी मुख्यालय) ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने शरीर दान कर दिया था इसलिए उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा।