प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह इस समय मौकापरस्त होने की राजनीति कर रहे हैं।मुख्यमंत्री ना तो हमीरपुर के हैं ना ही शिमला के। वे जहां पर भी जाते हैं वहां जाकर यही कहते हैं कि वह उसे इलाके के हैं अब उनकी धर्मपत्नी देहरा से चुनाव लड़ रही है तो मुख्यमंत्री बोल रहे हैं कि वह तो देहरा के हैं।उनकी बातों पर अब प्रदेश की जनता विश्वास नहीं कर रही है। यह बात भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक रणधीर शर्मा ने सोमवार को हमीरपुर में कहीं।
शर्मा ने कहा कि हमीरपुर से भाजपा के प्रत्याशी आशीष शर्मा जब कांग्रेस के साथ थे तो मुख्यमंत्री को वह समाज सेवी लगते थे लेकिन जब से वह भाजपा में शामिल हुए हैं उन्हें अब वह माफिया लगते हैं। यह दोहरी मानसिकता समझ नहीं आ रही है। यह सरकार प्रदेश के लोगों का कोई काम नहीं कर रही है अगर काम कर रही है तो सिर्फ अपने मित्रों की है ।
उन्होंने कहा कि आज हिमाचल में दिन-दिहाड़े लोगों की हत्याएं हो रही है गोलियां चल रही है लेकिन हत्याओं को आत्महत्याओं में बदला जा रहा है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है ।
शर्मा ने कहा कि आपदा के समय भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भाई भतीजा कर राहत राशि बांटने का काम किया है । उन्होंने आरोप लगाया कि जरूरतमंद लोगों तक मदद नहीं पहुंच पाई हालांकि केंद्र की ओर से मदद में कोई कमी नहीं रखी गई लेकिन इसे लेकर भी प्रदेश की जनता को झूठ बोलकर गुमराह करने का काम किया गया ।