बिहार में बरसात के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद में चार ,जहानाबाद में तीन, सारण में तीन, नालंदा में दो और जमुई में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
मृतकों में औरंगाबाद जिले की तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। साथ ही जिले के कुछ लोग गंभीर रूप से भी घायल हुए हैं। उनका इलाज चल रहा है। मृतकों की पहचान बारूण थाना क्षेत्र के छक्कन बिगहा गांव निवासी राम अवतार सिंह की पत्नी सोनहल देवी (60), रेड़िया गांव निवासी विनय पाल की पत्नी जैतरी देवी, मदनपुर थाना क्षेत्र के पिरवां गांव निवासी राजगीर महतों के पुत्र महेश प्रसाद (40) तथा टंडवा थाना क्षेत्र के खजूरी महेश गांव निवासी रामदहीन पासवान की पत्नी इंद्रावती देवी (55) के रूप में हुई है।
जहानाबाद के टेहटा थाना क्षेत्र के सरेन गांव में बारिश के साथ आसमानी आफत कहर बनकर टूटी। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से तीन किशोरों की मौत हो गई। मृतकों में 12 वर्षीय गोपाल मांझी, 14 साल का पवन कुमार, 15 साल का चंदन दास शामिल है। बताया गया है कि तीनों बुधवार शाम पांच बजे गांव से दूर खेत में गए थे, अचानक तेज बारिश होने लगी जिससे बचने के लिए सभी बच्चे पेड़ के नीचे चले गए। तभी अचानक बिजली गिर गई, जिसमें तीनों झुलस गए। यह देखकर घर-परिवार में कोहराम मच गया। आसपास के लोग दौड़ पड़े। आनन-फानन में ग्रामीणों ने तीनों को रेफरल अस्पताल मखदुमपुर लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
सारण जिले के मांझी प्रखंड क्षेत्र के नरवन गांव में बुधवार शाम आकाशीय बिजली के गिरने से एक पशुपालक की मौत हो गई। बताया गया है कि नरवन गांव के निवासी व पशुपालक ललन यादव (48 वर्ष) अपने गांव के चंवर में मवेशी चरा रहे थे। इस दौरान बारिश शुरू हुई और आकाशीय बिजली गिरने से ललन यादव उसकी चपेट में आ गए। नगरा प्रखंड क्षेत्र के रामपुर कला गांव के पास वज्रपात की चपेट में आकर 16 वर्षीय मिथलेश राय की भी मौत हो गई। इसी जिले के गड़खा थाना क्षेत्र के कसीना गांव में 14 वर्षीय अंकित कुमार की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। इस घटना में तीन अन्य झुलस गए।