अवधनामा संवाददाता
सुल्तानपुर। कुड़वार।विकास खंड क्षेत्र के मनियारपुर गांव में रौजा ए सकीना में पांच दिवसीय मजलिस का आयोजन चल रहा है। मजलिस का आगाज पेशख्वानी से हुआ। जिसे शोएब अब्बास शहवार मेहदी ज़ाकिर हुसैन ने किया। निजामत (संचालन) मौलाना फ़की ने किया। मजलिस को मौलाना ज़ायर हसन इलाहाबाद प्रयागराज व मौलाना अब्बास इरशाद लखनऊ ने खेताब किया। मौलाना ने कहा कि जनाबे उम्मुल बनीन जब अपने मां बाप के घर से मौला अली अलैहिस्सलाम के घर आईं तो सबसे पहले चौखट को चुमा। इसके बाद चौखट पर सिर झुका कर इमामत के घर दाखिल हुईं। बीबी उम्मुल बनीन को अल्लाह ने चार बेटे दिए थे। वफाओं का परवर दिगार यानी गाजी अब्बास की मां है जनाब ए उम्मुल बनीन। मौलाना ने बीबी का दर्दनाक मसायब बयान करते हुए कहा उम्मुल बनीन बीबी के चारों बेटे कर्बला की जमीं पर शहीद हो गए। बड़े बेटे का नाम मौला गाजी अब्बास था। मजलिस के दौरान अंजुमन हैदरिया मनियारपुर ने नौहा व सीनाजनी का पुरशा पेश किया। मजलिस में मौलाना आज़म मेहदी मौलाना आज़म हुसैन रईस अहमद अनसर रिज़वी मसीह असगर हैदर अली कस्सू भाई जौन मेहदी हैदर अब्बास अरीब परवेज हैदर अलमदार हुसैन हैदर नक़वी दिलशाद हुसैन आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।यह जानकारी कमेटी खादिमाने अबुल फज्ल के सदस्य फज़ल रिज़वी फैज़ ने दी।