कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद दुसरे चरण के मतदान के सभी पार्टियाँ जोरशोर से प्रचार प्रसार कर रही है। हर कोई मतदाताओं को अपने पाले में मतदान के लिए लगातार जनसम्पर्क के जरिये प्रचार किये जा रहे है तो वही एक ओर भाजपा शीर्ष नेतृत्व चुनाव जीतने का दावा कर रही हैं तो वहीं स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं में बगावत कम होता नजर नहीं आ रहा।
विधानसभा चुनाव में बंपर जीत की उम्मीद में बैठी बीजेपी को अपने ही कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है। जिसका नतीजा यह हुआ कि भाजपा को अपना उम्मीदवार बदलना पड़ गया। बंगाल के वर्धमान में नामांकन करने पहुंचे भाजपा उम्मीदवार तपन बागड़ी के साथ ऐसा ही कुछ हुआ है।
सोमवार को बागड़ी गए थे नामांकन करने लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी कार्यालय से फोन आ गया जिसके बाद उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा। भाजपा ने पूर्वी वर्धमान की गलसी (सुरक्षित) सीट से तपन बागड़ी को प्रत्याशी घोषित किया था। बागड़ी का नाम घोषित किए जाने के बाद से ही स्थानीय कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व के इस फैसले के खिलाफ विरोध करने लगे थे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप था कि उम्मीदवार तपन बागड़ी के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज है। इसके बावजूद भी पार्टी ने बागड़ी को गलसी सीट का उम्मीदवार बनाया है। सोमवार को गलसी सीट से घोषित बीजेपी उम्मीदवार तपन बागड़ी जिला निर्वाचन कार्यालय में अपना नामांकन कराने भी पहुंचे। लेकिन ऐन वक्त पर उन्हें कोलकाता भाजपा कार्यालय से फोन कर नामांकन नहीं करने करने का आदेश दिया गया।
पार्टी के इस फैसले के बाद मीडिया से बात करते हुए तपन बागड़ी ने कहा कि मैं यहां नामांकन करने आया था लेकिन पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया। मुझे एक बड़े नेता ने फोन कर अपना नामांकन नहीं करने को कहा। इससे आगे मैं कुछ नहीं बोल सकता हूं।
वहीं ऐन वक्त पर बागड़ी का टिकट काटने पर बीजेपी जिलाध्यक्ष अभिजीत ताह ने “द टेलीग्राफ” से कहा कि उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज था। इसलिए हम उन्हें चुनावी मैदान में नहीं उतार सकते थे। टिकट वापस लेने का फैसला शीर्ष नेतृत्व ने किया है। इसके अलावा तपन के टिकट कटने पर कई लोग इसे मामले बीजेपी के पुराने और नए कार्यकर्ता विवाद से भी जोड़ कर देख रहे हैं। पार्टी ने तपन की जगह भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के विकास विश्वास को उम्मीदवार बनाया है।
पश्चिम बंगाल में कुल 8 चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। प्रथम चरण का मतदान 27 मार्च को चुका है। दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल, चौथे चरण के लिए 10 अप्रैल, पांचवें चरण के लिए 17 अप्रैल, छठे चरण के लिए 22 अप्रैल, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को और अंतिम चरण के लिए 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।