अवधनामा ब्यूरो
लखनऊ. हाकी के राष्ट्रीय खिलाड़ी मोहम्मद तालिब का मकान खाली कराये जाने की गूंज राजधानी लखनऊ तक पहुंची तो राज्य सरकार के प्रवक्ता और वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह सक्रिय हो गए. प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय गोयल भी हरकत में आ गए. प्राधिकरण ने मोहम्मद तालिब के पिता शाह आलम को एक महीने में बाकी किस्तों का 70 फीसदी जमा करने की हिदायत देते हुए मकान की चाबी फिर से सौंप दी. आठ दिन से खुले आसमान के नीचे बैठा हाकी खिलाड़ी का परिवार अब मकान में फिर से अपना सामान सेट करने लगा है.
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंकित अग्रवाल ने बताया कि मकान को अपने नाम कराने के लिए मोहम्मद तालिब को 17 लाख रुपये की रकम जमा करानी होगी. इसके लिए उन्हें एक महीने का समय दिया गया है. एक महीने में 70 फीसदी जमा कराने के बाद बाक़ी धन की किस्तें बना दी जाएंगी.
मोहम्मद तालिब के परिवार की माली हालत ऐसी नहीं है कि वह एक महीने में इतनी बड़ी रकम प्राधिकरण के पास जमा करा पाएं. फिलहाल उन्हें अपने सर पर छत नसीब हो गई है.
मोहम्मद तालिब ने अपने घर को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मदद माँगी है. तालिब का परिवार प्रयागराज के अटाला के मजीदिया इस्लामिया इंटर कालेज के पास प्राधिकरण की कारपोरेशन कालोनी में रहता है. इस परिवार को यह मकान वर्ष 2000 में 25 हज़ार रुपये जमा करने पर एलाट हुआ था.
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तालिब का परिवार आर्थिक तंगी की वजह से पिछले नौ साल से किस्तें जमा नहीं कर पा रहा था. साल 2009 में ओटीएस के तहत एक लाख 27 हज़ार रुपये दो किस्तों में जमा करने को कहा गया. पहली क़िस्त तो जमा हो गई लेकिन दूसरी क़िस्त के साथ प्राधिकरण के क्लर्क ने रिश्वत भी माँगी. इस मामले को तालिब के पिता उपभोक्ता फोरम ले गए. तीन साल वहां केस चलने के बाद मामला हाईकोर्ट पहुँच गया.