वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय बेसिक शिक्षा में एरियर की धनराशि के गबन की जांच और कार्यवाही पर जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने सवाल उठाए हैं और जांच समिति से वित्त एवं लेखाधिकारी रामेंद्र कुमार शर्मा को बाहर करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष ने जांच और कार्रवाई को बड़ी मछली को बचाने के लिए छोटी मछली पर कार्रवाई की तलवार चलाने की संज्ञा दी है और कहा कि कि मामले को दबाने के लिए दो शिक्षकों को निलंबित किया गया है। वित्त एवं लेखाधिकारी रामेंद्र कुमार शर्मा के पास वरिष्ठ कोषाधिकारी का भी चार्ज था। घोटाले से सम्बंधित सभी भुगतान उन्ही के हस्ताक्षर से हुए हैं। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा रामेंद्र कुमार शर्मा के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराई जानी चाहिए और उन्हें जांच समिति से बाहर करते हुए फिर से जांच समिति का गठन कर घोटाले की जांच कराई जानी चाहिए। जिला अध्यक्ष ने पूरी जांच को सार्वजनिक करने की भी मांग की है।
लगभग तीन करोड़ रुपए के घोटाले की जांच तीन महीने से चल रही है।लेखा कार्यालय के एक लिपिक और कार्यालय से जुड़े हुए दो शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई हुई है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ शुरू से ही जांच समिति में तत्कालीन वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा और वरिष्ठ कोषाधिकारी को शामिल किए जाने पर सवाल उठाता रहा है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा को पत्र देने के साथ जिलाधिकारी को भी ज्ञापन दे चुका है।डी एम निशा अनंत ने अभी तक संघ की मांग को स्वीकार नहीं किया है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ अपनी मांग पर अड़ा हुआ है। शुक्रवार को दो शिक्षकों के विरुद्ध निलम्बन की कार्रवाई के बाद जिला अध्यक्ष अब्दुल रसीद ने एक बार फिर मीडिया को बयान दिया है। जिला अध्यक्ष ने वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा रामेंद्र कुमार शर्मा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ उन्हें जांच समिति से बाहर करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।