अवधनामा संवाददाता
जिला स्तरीय अधिकारियों को झंडा स्टीकर लगाकर मनाया सशस्त्र सेना झंडा दिवस
कुशीनगर। सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी तथा भूतपूर्व सैनिकों द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारीगण व विभागाध्यक्षों को झंडा स्टीकर लगाकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया।
गौरतलब है कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस समस्त नागरिकों के लिए अपनी सेना में विषम एवं दुर्गम इलाकों में सेवारत सैनिकों, वीर शहीदों के परिवार व भूतपूर्व सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का उत्तम अवसर होता है, जिसमें सभी नागरिक दिल खोलकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में बढ़ चढ़कर योगदान दे सकते हैं। झंडा दिवस की यह राशि घायल सैनिकों के पुनर्वास, शहीद सैनिकों के परिवार को आर्थिक सहायता एवं भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों हेतु कल्याणकारी योजनाओं एवं पुनर्वास में उपयोग की जाती है। राष्ट्र की सशस्त्र सेना और नागरिकों के बीच परस्पर आपसी स्नेह और सम्मान की भावना जागृत करते हुए युद्ध में शहीद भूतपूर्व सैनिक, उनके परिवार तथा सेवारत सैनिकों के कल्याण के प्रति नागरिकों से जुड़ाव व सहयोग प्राप्त करने के लिए सशस्त्र सेना झंडा दिवस का आयोजन 1949 से ही किया जाता रहा है। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी विंग कमांडर आलोक सक्सेना ने बताया कि आज पूरे देश में और विदेशों के भारतीय दूतावासों में सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जा रहा है। जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्रालय तथा भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशन अनुसार सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाते हुए सैनिक कल्याण के लिए वर्ष 2023 हेतु धन संग्रह अभियान भी चलाया जा रहा है। विंग कमांडर ने बताया कि यद्यपि प्रतीक स्वरूप झंडा दिवस 07 दिसंबर 2023 को आयोजित है परंतु विभिन्न आयोजनों द्वारा पूरे वर्ष धन एकत्रीकरण किया जाएगा।