उरई (जालौन)।झांसी से आई एंटीकरप्शन टीम ने तहसील कोंच में रिश्वतखोर कानूनगो के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यहां दिनों-दिन गर्मा रहे भ्रष्टाचार के बाजार में एंटीकरप्शन टीम ने छापा मारकर ठंडा कर दिया और कानूनगो को रिश्वत लेते रंगेहाथों दबोच लिया। टीम के छापे से हड़कंप मच गया। टीम ने दो दलालों को भी मौके से गिरफ्तार किया है। सारी कार्रवाई किसी एक्शन फिल्म के सीन की तरह नजर आ रही थी। टीम के पीछे जब भीड़ लग गई तो उन्होंने पिस्टल लहरा कर भीड़ को दूर किया। दरअसल, उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र बनवाने के एवज में एक महिला से 30 हजार रुपये की डील डन हुई थी और रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने तहसील में पदस्थ एक राजस्व निरीक्षक सहित दो दलालों को रंगेहाथों पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम द्वारा की गई इस कार्रवाई से समूचे तहसील परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक तहसील क्षेत्र के ग्राम परैथा निवासी शिवेंद्र सिंह पटेल जौनपुर में शिक्षक थे जिनका निधन बीती 30 अगस्त को जौनपुर में ही हो गया था। पति का निधन हो जाने के बाद पत्नी राधा पटेल ने यहां कोंच तहसील में उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए करीब दो माह पूर्व आवेदन किया था। बताया जा रहा है कि तभी से वह काम कराने के लिए राजस्व निरीक्षक पिरौना सर्किल के चक्कर लगा रही थी। बकौल शिकायतकर्ता महिला, राजस्व निरीक्षक ने काम कराने के एवज में 70 हजार रुपये की डिमांड की और फिर आखिर में मामला 30 हजार रुपये में तय हुआ। परेशान राधा ने पूरे मामले की जानकारी एंटी करप्शन टीम झांसी को दे दी। सुबह करीब 9 बजे ही दो गाड़ियों में सवार एंटी करप्शन टीम के करीब दर्जन भर सदस्यों ने तहसील के आसपास डेरा डाल लिया और गाड़ियों में लगी पुलिस की बत्ती निकालकर गाड़ी के अंदर रख ली। वहीं पूरी योजना के तहत दोपहर के समय शिकायतकर्ता महिला अपने पनयारा गांव निवासी भाई के साथ तहसील पहुंची और सीधे राजस्व निरीक्षक कक्ष में जा पहुंची जहां राजस्व निरीक्षक के कहने पर उसने दो दलालों को केमिकल लगे रुपये थमा दिए। जैसे ही उसने रुपये दिए, एंटी करप्शन टीम ने राजस्व निरीक्षक निवासी उरई सहित दलाल माताप्रसाद वर्मा पुत्र श्रीराम किशुन निवासी भेंड़ और सौरभ यादव पुत्र भानुसिंह निवासी ग्राम भरसूडा को घेरकर दबोच लिया। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और सिविल ड्रेस में इस प्रकार से पकड़ा धकड़ी किए जाने पर लोग आगे बढ़ने लगे जिसको देख टीम के सदस्यों ने अपनी-अपनी पिस्टल निकालकर भीड़ को यह जताया कि वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि एंटी करप्शन टीम के सदस्य हैं। तब कहीं जाकर भीड़ को पूरा मामला समझ में आया। वहीं टीम के कुछ सदस्य उक्त तीनों को एक गाड़ी में बैठाकर एट थाना ले गये जहां उक्त तीनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया। दूसरी गाड़ी में सवार टीम के अन्य सदस्यों ने यहां एसडीएम ज्योति सिंह और प्रभारी तहसीलदार जितेंद्र सिंह से मामले को लेकर आवश्यक बातचीत की। एंटी करप्शन टीम में निरीक्षक शादाब खान, निरीक्षक ठाकुरदास, उप निरीक्षक सूमेंद्र प्रताप, इरशाद, राहुल, ओमकार, आरिफ, जितेंद्र सिंह, शिवम गुप्ता, मनोज, शिवम शामिल रहे।
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