अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के फैकल्टी आफ यूनानी मेडिसिन में बीयूएमएस डाक्टर्स एसोसिएशन (बीडीए) की पहल पर कोरोना वारियर्स फेलिसिटेशन प्रोग्राम में संक्रमित मरीजों के इलाज के चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम देने वाले पांच समर्पित और मेहनती स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वाले चिकित्सकों में डाक्टर अली जाफर आबदी (एएमयू के स्वास्थ्य अधिकारी), डाक्टर शोएब अंसारी (डिस्ट्रिक्ट एपिडेमियोलाजिस्ट), डाक्टर सरफराज अंसारी, डाक्टर सबा सिद्दीकी और डाक्टर रचना (मलखान सिंह डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल और दीन दयाल हास्पिटल, अलीगढ़) शामिल हैं। इन स्वास्थ्य कर्मियों को मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रोफेसर असफर अली खान और अजमल खां तिब्बिया कालिज के प्रिंसिपल प्रोफेसर सऊद अली खान द्वारा प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किये गये।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर असफर अली खान ने कहा कि चिकित्सा व्यवसाय एक नोबुल पेशा है और चिकित्सक समर्पण और त्याग की भावना से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड के रोगियों के इलाज के लिए अपनी-अपनी चिंताएं और भावनात्मक तनाव के बावजूद दिन-रात कार्य किया।
उन्होंने एम्बुलेंस चालकों, शवदाहगृहों और कन्टेनमेंट क्षेत्रों तथा समर्पित भाव से कोविड अस्पतालों में काम करने वाले सभी लोगों की भूमिका की प्रशंसा की।
प्रोफेसर सऊद अली खान (प्रिंसिपल, हकीम अजमल खान तिब्बिया कालिज) ने कोरोनो वायरस के मामलों के खिलाफ संघर्ष में विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालिज और तिब्बिया कालिज और जिला अस्पताल, अलीगढ़ में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी की चर्चा की।
प्रोफेसर एफएस शिरानी और प्रोफेसर शगुफ्ता अलीम (अध्यक्ष, अमराज-ए-जिल्द-वा-जोहराविया विभाग) ने कहा कि डाक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स और अन्य अर्ध चिकित्सा कर्मियों ने दिन और रात रोगियों की सेवा कर उनकों वायरस के प्रकोप से सुरक्षित रखने के लिए कड़ी मेहनत की।
प्रोफेसर बदरूद्दुजा खान ने आभार जताया। कार्यक्रम के आयोजन में अमराज-ए-जिल्द-वा-जोहराविया विभाग के डा० मोहम्मद मोहसिन का सक्रिय योगदान रहा।