अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए प्रशिक्षण और प्लेसमेंट कार्यालय (सामान्य) द्वारा आयोजित चार दिवसीय आनलाइन विदेशी शिक्षा परामर्श कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर शाफे किदवाई ने छात्रों का आव्हान करते हुए कहा कि वह सर सैयद अहमद खान के जीवन से सीखंे कि वह सामाजिक संबन्धों, उदार मूल्यों और तर्कसंगतता को कैसे देखते थे। उन्होंने कहा कि छात्र विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक धरोहर के सच्चे प्रतिनिधि हैं और व्यावहारिक जीवन में उनके द्वारा किए गए कार्यों से विश्वविद्यालय को आंका जाता है।
आस्ट्रेलिया, जर्मनी, इटली, फ्रांस, न्यूजीलैंड, जापान, तुर्की, हंगरी, ताइवान और अमेरिका में बसे एएमयू के पूर्व छात्रों ने विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया और छात्रवृत्ति के अवसरों पर छात्रों को टिप्स दिए, जबकि डा० सैयद मसर्रत अली (बोस्टन, यूएसए) ने कार्यक्रम का संचालन किया।
उद्घाटन सत्र में डा० सैयद मसर्रत अली (यूएसए), हुमा खान (आस्ट्रेलिया), आरिब महमूद (यूएसए) और बेनजीर खुर्शीद (फ्रांस) ने विदेशी विश्वविद्यालयों में सामान्य प्रवेश प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। दूसरे दिन, आयशा खान (जर्मनी), हिरा खान (इटली), अनम फातिमा (फ्रांस), मोहम्मद रफी (तुर्की) और अल्ताफुर रहमान (हंगरी) ने यूरोप में उच्च शिक्षा के अवसरों के बारे में बताया। युसुफ एफ अख्तर और समीरा दसनवी (यूएसए) और सबा अमीर (यूके) द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के विश्वविद्यालयों में प्रवेश पर चर्चा की। अंतिम सत्र में हुमा खान (आस्ट्रेलिया), जैनब फातिमा (जापान) और डा० मोहम्मद यासिर (स्विटजरलैंड) ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुति
AMU चार दिवसीय आनलाइन विदेशी शिक्षा परामर्श कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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