संभल मंगलवार को मुस्लिम समाज के लोगो ने हजरत अली का जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया इस खुशी के मौके पर नूरियो सराय स्थित शिया जामा मस्जिद में अली डे की महफ़िल का आयोजन किया गया जिसमें शायरो ने मौला अली की शान मे कलाम पेश किये महफिल का आगाज कुरान ए पाक की तिलावत किया गया
शा़यर माजिद संभली ने कलाम पेश करते हुए कहा कि दोस्ती करनी है तो माजिद से पहले सोचलो ये अली को मानता है पहले सोच लो ! अली अब्बास ने कलाम पेश किया कदम कदम पे अली को पुकारते रहना पुलेसीरत सुकू से गुजारते रह’ना कर्बला तुझको बुलाया है तेरे मौला ने जल्द तैयार हो कैफी जर चलने के लिए देखा सज्जाद को तो कहा लैला ने एक दिया बाकी है अभी घर मे जलने के लिए ! जैंन सम्भली ने पढा अभी तो थक के सोये थे आबिद किसी ने जंजीर को हिलाया है पाइती से आवाज आयी हुजूर दीन हंक मशवरे को आया है
डॉ मेराज ने कहा कि घर बार लुटा कर भी राहे खुदा मे हक ये है कि बिलकुल भी खसारे मे नहीं हम खंजर का न तलवार न तीर का डर है अब तक तो जुल्म को शब्बीर का डर है: इस दौरान शाने अब्बास अली सादिक अली जहीर इंतजार हुसैन साजिद हुसैन हसन जहीर नैय़्यर अब्बास गुफरान हैदर कैफी सम्भली सुहैल अब्बास मौहम्मद नईम हुसैन शमाईम रजा रहबर हुसैन सलीम मेहदी अता अब्बास कम्बर अब्बास शाहिद आदि मौजूद रहे
हजरत अली के जन्म दिन की खुशी में मस्जिद इमामबाडो मे सजावट के साथ चिराग़ रोशन किये गये घरो मे नजरो नियाज की गयी
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