Ahmedabad Plane Crash: लापरवाही या टेक्निकल फॉल्ट … अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद उठने लगे सवाल; जानिए हादसे से जुड़ी 10 बड़ी बातें

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गृह मंत्री अमित शाह शाह ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति संवेदना भी व्यक्त की। शाह ने कहा कि मृतकों की संख्या डीएनए परीक्षण और पीड़ितों की पहचान के बाद आधिकारिक तौर पर जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अच्छी खबर यह है कि दुर्घटना में एक व्यक्ति बच गया है और मैं उससे मिलने के बाद यहां आ रहा हूं।

अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ एअर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार सुबह 10.07 बजे दिल्ली के आईजीआइ एयरपोर्ट से रवाना हुआ। किसी ने नहीं सोचा था कि यह उसकी अंतिम यात्रा साबित होगी। इसी विमान ने अहमदाबाद से लंदन के लिए लंबी उड़ान भरी थी, लेकिन टेकऑफ के दौरान यह हादसे का शिकार हो गया।

एविएशन एक्सपर्ट पूरे दिन इस घटना के कारणों पर कयास लगाते रहे। सभी ने विमान की देखरेख में हुई चूक को संभावित कारण बताया है। सूत्रों के अनुसार, विमान की हर लैंडिंग के बाद इंजीनियरों की टीम जांच करती है। विशेषकर जब विमान अंतरराष्ट्रीय रूट पर लंबी दूरी के लिए उड़ान भरता है, तो जांच और भी बारीकी से की जाती है।

लेकिन हादसे के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं…

ड्रीमलाइनर ने नई दिल्ली से एआई423 बनकर निर्धारित समय से लगभग 17 मिनट की देरी से सुबह 10:07 बजे उड़ान भरी। विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर 11:16 बजे लैंडिंग की। इसके बाद इसकी अगली उड़ान 1:10 बजे निर्धारित थी, लेकिन विमान 28 मिनट की देरी से 1:38 बजे रवाना हुआ। इस प्रकार, लैंडिंग और टेकऑफ के बीच 2:22 घंटे का अंतराल रहा, जिसमें लगभग आधे घंटे का समय लैंडिंग प्रक्रिया और बे-एरिया से क्लियरेंस में लगा।

विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि शेष समय में विमान की तकनीकी जांच विस्तृत तरीके से नहीं की जा सकती। ऐसे में सवाल उठता है कि विस्तृत जांच कहां हुई होगी? विस्तृत जांच में एक मशीन पूरे विमान को स्कैन करती है और इंजीनियरों को उन हिस्सों की जानकारी देती है, जहां ध्यान देने की आवश्यकता होती है। लेकिन इसमें समय लगता है। विशेषज्ञों का मानना है कि विमान की विस्तृत जांच बृहस्पतिवार को दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पर हुई होगी। इस प्रक्रिया में कम से कम पांच से छह घंटे का समय लगना आवश्यक है। इसलिए, जांच में चूक की संभावना अधिक है।

हालांकि, यह भी सच है कि विमान ने नई दिल्ली से अहमदाबाद की यात्रा सुरक्षित रूप से पूरी की। इस प्रकार, मामला जटिल है और ठोस नतीजों के लिए जांच का इंतजार करना आवश्यक है। ड्रीमलाइनर की देखरेख की जिम्मेदारी एअर इंडिया के पुराने कर्मियों पर है। सूत्रों के अनुसार, एअर इंडिया के निजीकरण के बाद भी कुछ विमानों की देखरेख का जिम्मा पुराने इंजीनियरों की टीम के पास है, जिसमें अहमदाबाद में क्रैश हुआ ड्रीमलाइनर भी शामिल है।

अब हादसे से जुड़ी 10 बड़ी बातें जानिए…

टाटा समूह गुरुवार को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देगा। टाटा समूह द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए संदेश में कहा कि समूह घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाएगा और सुनिश्चित करेगा कि उन्हें सभी आवश्यक देखभाल और सहायता मिले।

जो प्लेन क्रैश हुआ उसे बेहद अनुभवी और कुशल पायलट उड़ा रहे थे। विमान के दोनों पायलटों के पास हजारों घंटे का उड़ान अनुभव था। विमान के कैप्टन सुमित सबरवाल काफी अनुभवी पायलट थे। उनके पास लगभग 8,200 घंटे का उड़ान अनुभव था। जबकि उनके सह-पायलट फ‌र्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। उन्हें 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान में ईंधन जलने के कारण तापमान इतना अधिक था कि किसी को बचाने का कोई मौका नहीं था। शाह ने कहा कि मृतकों की संख्या डीएनए परीक्षण और पीड़ितों की पहचान के बाद आधिकारिक तौर पर जारी की जाएगी।

पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल पटेल ने एअर इंडिया विमान हादसे पर हैरानी जताई है, क्योंकि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर एक अत्याधुनिक विमान है। उन्होंने कहा कि हादसा कैसे हुआ, यह जांच का विषय है। जांच से ही घटना की वजह सामने आ सकती है।

एअर इंडिया के विमान के शहर के मेघनीनगर क्षेत्र में स्थित बीजे मेडिकल कालेज के डाक्टरों के आवासीय परिसर में गिरने के बाद अफरा-तफरी मच गई। इस दुर्घटना से परिसर में स्थित इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है। विमान जब इमारत से टकराया तो तेज आवाज के साथ उसमें तुरंत आग लग गई। दुर्घटना में कई लोग घायल हुए हैं।

दुर्घटना स्थल के आसपास का क्षेत्र घनी आबादी वाला है। हादसे के बाद सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे। उन्होंने यात्रियों के साथ ही इमारत में मौजूद लोगों को बचाने की कोशिश की। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों द्वारा मोबाइल से बनाए गए वीडियो में मलबे के बीच जले हुए शव दिखाई दिए। दुर्घटना के बाद मेडिकल कॉलेज परिसर में चारों ओर मलबा बिखरा हुआ देखा गया।

दुर्घटना में जान गंवाने वालों में 68 वर्षीय भाजपा नेता विजय रूपाणी भी शामिल हैं। वह दो बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। वर्तमान में वह पंजाब के भाजपा प्रभारी थे। वह विमान के बिजनेस क्लास की 2-डी सीट पर बैठे थे। रूपाणी का जन्म तत्कालीन बर्मा (म्यांमार) के रंगून (यंगून) में दो अगस्त, 1956 को हुआ था। राजनीतिक उथल-पुथल के बाद उनका परिवार गुजरात आकर बस गया था।

एअर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने गुरुवार को विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह एअर इंडिया में सभी के लिए कठिन दिन है। विल्सन ने कहा कि एयरलाइन सभी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रयासों पर अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रही है।

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने विमान हादसा में मारे गए यात्रियों के रिश्तेदारों के लिए एक आपातकालीन नंबर जारी किया है। एक्स पर साझा किए गए एक पोस्ट में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि हादसा में मारे गए यात्री के परिवार या रिश्तेदार जरूरत पड़ने पर भारत यात्रा के लिए आपातकालीन वीजा सहायता के संबंध में हमारे आपातकालीन नंबर 07768765035 पर हमसे संपर्क कर सकते हैं।

त्रासदी के बारे में जानकारी सहित अन्य सभी प्रश्नों के लिए एअर इंडिया के आपातकालीन नंबर 1800 5691 444 और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आपातकालीन नंबर 011-24610843, 09650391859 का उपयोग करें।इसके साथ ही पुर्तगाल में भारतीय दूतावास ने भी हेल्पलाइन नंबर +351 911 991 939 जारी किया है, जिसमें विमान दुर्घटना में प्रभावित परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगा।

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