स्थानीय लोगों ने बताया कि रेसिडेंट डॉक्टरों के लिए इस इमारत का निर्माण एक साल पहले ही किया गया था। प्रत्क्षदर्शियों ने बताया कि घटनास्थल पर क्रेन के सहारे से जले हुए पेड़ों को हटाने का काम जारी है और इलाके में जेट इंधन की तेज बदबू भी फैल गई है।
अहमदाबाद में 12 जून को हुए दर्दनाक विमान हादसे में कुल 265 लोगों की मौत हुई है। इनमें 241 लोग ऐसे थो जो विमान के अंदर सवार थे। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ाने भरने के 30 सेकेंड के बाद ही प्लेन क्रैश हो गया था।
कैसे हुई घटना?
एअर इंडिया का विमान AI-171 अहमदाबाद से लंदन जाने के लिए पूरी तरह से तैयार था और प्लेन ने टेक ऑफ भी कर लिया था। लेकिन, इसके 30 सेकेंड के भीतर ही विमान में कुछ भयानक गड़बड़ी हुई, जिससे पास के ही मेघानी नगर में एक मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग में विमान क्रैश हो गया।
इस हादसे के बाद आसपास मौजूद लोग भागकर घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले लोगों में से एक ने बताया कि विमान में सवार 70 प्रतिशत लोग अपनी सीट पर ही मौजूद थे और लगभग सभी लोगों ने सीट बेल्ट लगाया हुआ था।
‘भूकंप जैसा हुआ महसूस’
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि जैसे ही विमान दुर्घटना का शिकार हुआ तो ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो। हम तुरंत घटनास्थल की ओर भागे और तब तक आसपास के और लोग भी वहां पहुंच गए थे।
एक व्यक्ति ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “मैंने देखा की इमारत से घना धुआं निकल रहा है। मैंने फिर अपने दोस्तों को बुलाया, उनमें से करीब 15-20 लोग आ गए। मैंने उन्हें बताया कि एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।”
दो लोगों की अस्पताल ले जाते समय हुई मौत
व्यक्ति ने बताया, हमने जिन्हें बचाया वे जीवित थे, लेकिन दो लोगों की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। उसने बताया कि उसके दोस्तों ने घटनास्थल से 20-25 छात्रों को बचाया था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि रेसिडेंट डॉक्टरों के लिए इस इमारत का निर्माण एक साल पहले ही किया गया था। प्रत्क्षदर्शियों ने बताया कि घटनास्थल पर क्रेन के सहारे से जले हुए पेड़ों को हटाने का काम जारी है और इलाके में जेट इंधन की तेज बदबू भी फैल गई है।