अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. चेन्नई में भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैण्ड के हाथों 227 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इस मैदान पर टीम इण्डिया को 22 साल के बाद हार का सामना करना पड़ा है.
इंग्लैण्ड ने टीम इंडिया के सामने 420 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन भारतीय टीम सिर्फ 192 रनों पर ही बिखर गई. कप्तान विराट कोहली के 72 रन और शुभमन गिल के 50 रनों को छोड़ दिया जाए तो कोई भी खिलाड़ी मैदान पर संघर्ष करता भी नज़र नहीं आया.
इंग्लैण्ड ने पहली पारी में भारत के सामने 578 रनों का पहाड़ खड़ा किया था लेकिन दूसरी पारी में इंग्लैण्ड की टीम अश्विन की गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाई. अश्विन ने छह विकेट हासिल कर इंग्लैण्ड को 178 रनों पर समेट दिया था लेकिन पहली पारी की बढ़त की बदौलत इंग्लैण्ड ने भारत के सामने जीत के लिए 420 रनों का लक्ष्य रखा.
भारतीय खिलाड़ी अंजिक्य रहाणे का बिना खाता खोले ही पवेलियन में लौटना ही भारत को हार की तरफ ले चला था. एंडरसन की गेंद पर रहाणे के खिलाफ पगबाधा की अपील हुई थी लेकिन अम्पायर ने इस अपील को नहीं माना. रहाणे इस जीवनदान का सम्मान भी नहीं रख पाए और अगली ही गेंद पर आउट हो गए.
रहाणे की तरह ही वाशिंगटन सुन्दर ने भी निराश ही किया. पहली पारी में 85 रनों की शानदार पारी खेलने वाले सुन्दर ने अपनी दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोला.
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इंग्लैण्ड की तरफ से पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले रूट ने अपनी दूसरी पारी में भी 91 रनों की शानदार पारी खेली. इंग्लैण्ड ने भारत के सामने जो लक्ष्य रखा था वह असंभव जैसा लक्ष्य नहीं था लेकिन खिलाड़ियों के पैवेलियन लौटने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह आखीर तक नहीं रुका और भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा.