अवधनामा संवाददाता
प्रदर्शन कर केन्द्रीय विधि मंत्री को भेजा ज्ञापन
सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच को स्थापित किए जाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत आज संघर्ष समिति के आह्वान पर अधिवक्ता अपने कार्याे से विरत रहे और प्रदर्शन कर केन्द्रीय विधि कानून को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
आज दीवानी न्यायालय व कलेक्ट्रेट बार संघ के अधिवक्ता अपने कार्यो से विरत रहे और कलेक्ट्रेट बार संघ में आयोजित बैठक में अधिवक्ताओं ने कहा कि पिछले लगभग चालीस वर्षों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग 22 जिलों के अधिवक्ता पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बंच की स्थापना के लिए आन्दोलनरत हैं। इस आन्दोलन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की समस्त जनता सभी राजनैतिक दल, व्यापारिक संगठनों, खेतीहर मजदूरों एवं समाज के हर वर्ग का पूर्ण सहयोग प्राप्त है। अधिवक्ता वर्ग ने पिछले चालीस वर्षों से इस आन्दोलन को पूरी तरह अहिंसक एवं गांधीवादी बनाये रखा है तथा इस क्षेत्र की लगभग 12 करोड जनता का प्रतिनिधित्व करते हुए इस मांग को समय-समय पर सभी सक्षम मंचों पर उठाता है, लेकिन आज तक ना तो केन्द्र सरकार ने और ना ही राज्य सरकार ने इस विषय में कोई सार्थक निर्णय लिया है। जबकि अन्य प्रदेशों में खण्डपीठ की स्थापना की गई है। महाराष्ट्र में पहले ही तीन बैंच थी, अब चौथी बैंच कोल्हापुर में दे दी गई है। कोल्हापुर की बैंच मात्र 5 जिलों पर बनाई गयी है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 28 जिले हैं, यहां आबादी भी लगभग 12 करोड है फिर भी यहां बैंच नहीं दी। सरकार एक तरफ तो सस्ता एवं सुलभ न्याय देने का वायदा करती है और दूसरी तरफ सरकार हमारी बैंच की मांग को दर किनार करती है, जो कि सरासर अन्याय है। तत्पश्चात अधिवक्ता जुलूस के साथ नारेबाजी करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे और केन्द्रीय विधि कानून मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। इस दौरान कलेक्ट्रेट बार संघ के अध्यक्ष ठा.यशपाल सिंह, महासचिव रणवीर सिंह राठौर, विजय कुमार, राकेश कुमार शर्मा, राजेश कुमार सैनी, नवीन कुमार, मान सिंह, मनोज कुमार धीमान, राजेश कुमार, राज सिंह सैनी, सुरेन्द्र सिंद्धू, अंकुर कपिल, धनवीर सिंह, राकेश कुमार, श्रवण कुमार, श्रीमती शिवानी, राजकुमार वर्मा, अरविंद कुमार, विवेक शर्मा, हुकुम सिंह वर्मा, ज्ञान सिंह पुंडीर, विजय कुमार, महावीर सिंह, अरविंद सैनी, जसबीर सिंह, नवीन यादव आदि मौजूद रहे।