अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा। हमीरपुर।01 अगस्त मौदहा कस्बा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आईफ्लू के व्यापक पैमाने पर फैलने से इस समय मौदहा सीएचसी में प्रतिदिन पहुंचने वाले मरीजों की संख्या सैकड़ा पार कर रही हैं।इसके बावजूद इस संक्रामक बीमारी के निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोई ठोस व कारगर उपाय नहीं किये हैं।
बताते चलें कि विगत एक महीने से मौदहा कस्बा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आईफ्लू के संक्रमण ने अपने पांव पसारने शुरू किये थे और अब यह संक्रमण बढ़कर खतरनाक स्टेज में पहुंच गया है।पहले सबसे पहले यहाँ के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में इसका असर दिखाई पड़ा था लेकिन शिक्षा विभाग और शिक्षा माफियाओं की बड़ी लापरवाही से यह संक्रमण बढ़ता गया जोकि आज बड़े बुजुर्गों, युवाओं को भी अपनी चपेट में ले चुका है।वर्तमान में कोई ऐसा घर नहीं बचा जहाँ एक दो लोग आईफ्लू के शिकार न हों और इसका आंकड़ा मौदहा का सीएचसी दिखा रहा है जहाँ सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक इन मरीजों की संख्या प्रतिदिन सौ का आंकड़ा पार कर रही है।हलाकि डाक्टरों की माने तो यह कोई खतरनाक संक्रमण अथवा बीमारी नहीं है मौसम के उतार चढ़ाव में अक्सर संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।आईफ्लू में सबसे बड़ी जरूरी बात साफसफाई और आंखों की देखभाल की होती है।किसी भी बीमार व्यक्ति के रूमाल, तौलिया, चस्मा, साबुन सहित अन्य वस्तुओं से बचना चाहिए और दिन में कई बार शुद्ध जल से छीटे मारकर आंखों को धुलना चाहिए।यह संक्रमण अधिकतम चार से पांच दिन तक अधिक प्रभावी रहता है इसके बाद धीरे धीरे सही हो जाता है।