इनका एक ही एजेंडा- न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही; इनसे सतर्क रहें
पीएम मोदी ने पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का किया उद्घाटन, केंद्र शासित प्रदेश को मिलेगी रफ्तार
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रें सिंग के जरिए पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इस नए टर्मिनल भवन का निर्माण 710 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है। इससे केंद्र शासित प्रदेश में कनेक्टिविटी को रफ्तार मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नई एकीकृत टर्मिनल बिल्डिंग से यात्रा में आसानी और व्यापार करने में आसानी के साथ-साथ कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक मौजूदा टर्मिनल की क्षमता हर रोज 4,000 पर्यटकों को सेवा देने की थी, नया टर्मिनल बनने के बाद इस हवाईअड्डे की क्षमता रोज करीब-करीब 11,000 पर्यटकों को सेवा देने की हो गई है। उन्होंने कहा कि यहां के लिए नए विमानों का भी रास्ता खुल गया है।
मोदी ने बेंगलुरु में हो रही 26 विपक्षी दलों की बैठक को लेकर तंज किया। उन्होंने कहा- लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ बड़े शहरों और कुछ क्षेत्रों तक सीमित रहा। कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं।
ये बेंगलुरु में इकट्ठा हुए हैं। इसमें जेल जाने वालों को खास न्योता भेजा गया है। उनकी दुकान में भ्रष्टाचार की गारंटी है। ये लोग देश के लोकतंत्र और संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं। इनके लिए मैं ये ही कहना चाहूंगा- नफरत हैं घोटाले हैं, तुष्टीकरण है, मन काले हैं, परिवारवाद की आग के दशकों से देश हवाले है।
चुनावी राज्य राजस्थान-छत्तीसगढ़ के घोटालों पर भी बोले इस साल राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने यहां हुए हाल के घोटालों पर भी कांग्रेस को घेरा। मोदी ने कहा- राजस्थान में बेटियों से अत्याचार हो या परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हों, इन्हें कुछ दिखाई नहीं पड़ता। परिवर्तन की बातें करके जनता से विश्वासघात करके जब करोड़ों का शराब घोटाला करते हैं, तो ये कुनबा फिर उन्हें कवर देने लगता है।
तमिलनाडु में भ्रष्टाचार और घोटाले के अनेक मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इनके कुनबे के सारे दलों ने पहले ही सबको क्लीन चिट दे दी है। इन लोगों को एक फ्रेम में देखकर देश की जनता कह रही है कि ये तो कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन हो रहा है। इनका प्रोडक्ट है 20 लाख करोड़ रुपए के घोटाले की गारंटी।
इनका प्रोडक्ट कुछ और है, लेबल कुछ और
पीएम ने कहा- आजादी के 75 वर्षों में हमारा भारत कहीं से कहीं पहुंच सकता था, लेकिन सामान्य भारतीय के इस सामथ्र्य के साथ भ्रष्टाचारी और परिवारवादी पार्टियों ने अन्याय किया। आज देश के लोग 2024 के चुनाव में फिर एक बार हमारी सरकार वापस लाने का मन बना चुके हैं, निर्णय ले चुके हैं।
ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। 24 के लिए 26 होने वाले राजनीतिक दलों को इकट्ठा देखकर मुझे एक कविता की कुछ लाइनें याद आ गई हैं, जो अवधी भाषा में लिखी गई है- गाइत कुछ है, हाल कुछ है। यानी लेबल कुछ है, माल कुछ है।
विपक्ष का एक ही एजेंडा- परिवार बचाओ, भ्रष्टाचार बढ़ाओ
पीएम ने आगे कहा- विपक्षी दलों के लिए देश के गरीबों के बच्चों का विकास नहीं, बल्कि अपने बच्चों और भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है। इनकी एक ही विचारधारा और एजेंडा है- अपना परिवार बचाओ, परिवार के लिए भ्रष्टाचार बढ़ाओ।
इनके लिए परिवार पहले, देश बाद में है। न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही। लोकतंत्र लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए होता है, लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए सब कुछ परिवार का है, परिवार द्वारा है और परिवार के लिए है। देश वंशवादी राजनीति की आग का शिकार है।
भ्रष्टाचार और अपराध पर इनकी जुबान बंद हो जाती है
मोदी ने विपक्षी दलों के घोटालों को लेकर कहा- ये जो जमात इक_ा हुई है, उनके कुनबे में बड़े से बड़े घोटालों और अपराधों पर इनकी जुबान बंद हो जाती है। जब किसी एक राज्य में इनके कुशासन की पोल खुलती है, तो दूसरे राज्यों के ये लोग फौरन उसके बचाव में तर्क देने लगते हैं।
कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव में सरेआम हिंसा हुई। लगातार खून-खराबा हो रहा है। इस पर भी इन सबकी बोलती बंद है। कांग्रेस और लेफ्ट के अपने कार्यकर्ता वहां खुद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं ने अपने स्वार्थ में वहां अपने कार्यकर्ताओं को भी मरने के लिए छोड़ दिया है।
आर्थिक विकास को मिलेगी रफ्तार
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पोर्ट ब्लेयर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज अंडमान-निकोबार द्वीप समूह से 710 करोड़ रुपए का एयरपोर्ट भारत को समर्पित किया जा रहा है। इससे दिल्ली-चेन्नई-विशाखापट्टनम के लिए कनेक्टिविटी होगी और आने वाले दिनों में इससे भी ज़्यादा कनेक्टिविटी बढ़ेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही चार वाटर ड्रोन भी स्थापित किए जाएंगे। इससे अंडमान-निकोबार द्वीप समूह का आर्थिक विकास होगा।
शंख के आकार में बना है नया भवन
कई सुविधाओं से लैस है नया टर्मिनल
बता दें कि नए टर्मिनल भवन करीब 40,800 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। नए टर्मिनल भवन सालाना लगभग 50 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा। इसके साथ ही पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर 80 करोड़ रुपये की लागत से दो बोइंग-767-400 और दो एयरबस-321 प्रकार के विमानों के लिए उपयुक्त एक एप्रन का भी निर्माण किया गया है। इससे एयरपोर्ट पर एक साथ 10 विमानों को पार्क किया जा सकेगा।
पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन को शंख का आकार दिया गया है। ये समुद्र और द्वीपों को दर्शाती है। पूरे टर्मिनल में प्रतिदिन 12 घंटे के लिए 100 प्रतिशत प्राकृतिक रोशनी होगी, जो छत पर लगे रोशनदानों से मिलेगी। नए टर्मिनल भवन में 28 चेक-इन काउंटर, तीन यात्री बोर्डिंग ब्रिज सहित अन्य सुविधाएं मौजूद हैं।