देशद्रोहियों को ताकत दी, बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या को प्रमाण पत्र देकर लाभ दिया
शिमला। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देशद्रोही ताकतों को ताकत दी है। बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या को प्रमाण पत्र देकर जातिगत आरक्षण का लाभ देने का प्रयास किया है। यह बात हिमाचल के बिलासपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
नड्डा ने कहा कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की ताजा रिपोर्ट आई हैं, जिसमें बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और पंजाब में ओबीसी भाइयों के संवैधानिक अधिकारों का खुलकर हनन का खुलासा हुआ है। ओबीसी के अधिकारों का गला घोंटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ओबीसी के कोटे और उनके आरक्षण को ममता सरकार खुलेआम मुस्लिम तुष्टिकरण के भेंट चढ़ा रही है। पिछड़े वर्ग के लोगों को उनके जायज हक से वंचित रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बंगाल में 91.5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मुस्लिम ओबीसी के लोगों को दिया गया। दूसरे समुदाय को उनका हक नहीं दिया जा रहा। बंगाल में ओबीसी की 179 जातियों को आयोग द्वारा दर्ज किया गया है। इसमें से 118 मुस्लिम समुदाय की जातिया है। उन्होंने कहा कि 2011 की बात करें तो बंगाल में इससे पहले ओबीसी की 108 जातियां शामिल थी, जिसमें से 53 मुस्लिम और 55 हिंदुओं जातियां थी।
बंगाल में 65 मुस्लिम और 6 हिंदुओं की जातियां ओबीसी में जोड़ी
नड्डा ने कहा कि 71 नई जातियों को ओबीसी सूची में जोड़ा गया। इसमें 65 मुस्लिम और हिंदुओं की 6 जातियां शामिल की गई। बंगाल की जनसंख्या में 70.5 प्रतिशत हिंदू है और 27 प्रतिशत मुस्लिम। पर मुस्लिमों को ओबीसी आरक्षण के अंतर्गत 91.5त्न का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
5 प्रदेश कर रहे ओबीसी भाइयों की अनदेखी
नड्डा ने कहा कि ये बंगाल, बिहार, राजस्थान और पंजाब ओबीसी के हितैषी और जातिगत जनगणना के पक्षधर बनते है। वही लोग ओबीसी के हितों का खुलेआम हनन कर रहे हैं। ओबीसी के कोटा में जो आरक्षण मिल रहा है, उसमें इन सभी प्रदेशों ने सेंध लगा का काम किया है। उन्होंने कहा कि स्थिति राजस्थान पंजाब और बिहार में है।