अवधनामा संवाददाता
तुवन मंदिर परिसर में मनायी गयी राजमाता अहिल्याबाई होल्कर जयन्ती
ललितपुर। महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 298 वीं जयंती तुवन मंदिर के विशाल परिसर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने पाल समाज की एकता पर बल दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय सांसद अनुराग शर्मा ने राजमाता अहिल्याबाई होलकर के जनहित में किए गए कार्यों का वर्णन किया। अहिल्याबाई होल्कर की 298 वी जयंती जिला मुख्यालय पर मनाई गई। पाल समाज के राधा कृष्ण मंदिर में पूजन के बाद पूरे शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा का नगर में कई स्थानों पर स्वागत किया गया। शोभायात्रा का समापन तुवन परिसर में हुआ। इस अवसर पर एक वृहद सभा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि ने अहिल्याबाई को एक धर्मनिष्ठ देवी के रूप में निरूपित करते हुए बताया कि वाराणसी कॉरिडोर में केन्द्र सरकार ने अहिल्याबाई की भव्य प्रतिमा स्थापित कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है। इस अवसर पर जिले की पाल समाज ने मंदिर की भूमि पर किये जा रहे अवैध कब्जों की शिकायत की जिसका निराकरण उन्होंने तत्काल मौके पर जाकर किया। राज्यमंत्री ने पाल समाज को ईमानदार, मेहनती और सीधे सादे समाज का बताया तथा कहा कि पिछली सरकारों में इनका उत्पीडऩ होता था। लेकिन प्रदेश सरकार ने उमेश पाल हत्याकांड के हत्यारों को मुठभेड़ में मार गिराया। इससे समाज में सभी को सम्मान के साथ जीने का अवसर मिल रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने रमपुरा और कलरव की सड़कों के निर्माण की मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष झांसी राकेश पाल ने समाज के लोगों से एकजुटता की अपील करते हुए कहा कि जब तक समाज संगठित होकर दबाव नही डालेगा विधान सभाओं और संसद में स्थान नही मिलेगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कालिका प्रसाद पाल, इंजी.बी.के.पाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में राजकुमार जैन, प्रदीप चौबे, दिग्विजय सिंह, जिला पंचायत सदस्य अमर विश्वकर्मा घुटारी, रामेश्वर प्रसाद, सुरेश प्रकाश कौन्तेय, सुरेश कुमार टोंटे, देवेंद्र गुरु, दिनेश गोस्वामी, जिलाध्यक्ष पाल समाज बालचंद पाल, हरिप्रसाद पाल, हरचरण पाल, जयसिंह, सुनील पाल, बबलू पाल, लालसिंह, कोमल पाल, पन्नालाल, तिलक, शिवचरण, बाबूलाल, प्रीतम, भग्गू, हाकम पाल, उमेश पाल, राजपाल, शिवप्रसाद, रतन, आसाराम, विनोद काशीराम, रामदास, हरपाल, मुन्ना पाल, जाहर, राजेश, उदल, मलखान, अशोक, लाल सिंह पाल, इंद्रपाल, विनोद, गंगाराम, हरपाल, हरदयाल, बृजेश पाल, भगवानदास, मुन्नालाल, हल्के पाल, जोधन के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।