मुंबई : मालाबार समूह का हंगर-फ्री वर्ल्ड अभियान रोजाना लगभग 32,500 जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराकर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रहा है. यह सीएसआर पहल संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य 2 ‘जीरो हंगर’ से जुड़ा हुआ है. मालाबार समूह के चेयरमैन श्री एम पी अहमद ने इस पहल के तहत अब रोजाना 1 लाख लोगों को भोजन कराने का लक्ष्य तय किया है. अभी भारत और अफ्रीका में विभिन्न केंद्रों के माध्यम से इस अभियान को चलाया जा रहा है..
विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के आंकड़ों के अनुसार, अभी दुनिया भर में लगभग 80 करोड़ लोग गरीबी के दायरे में जी रहे हैं. चेयरमैन श्री एम पी अहमद मानते हैं कि हंगर-फ्री वर्ल्ड अभियान गरीबी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में समूह का योगदान है, और इस तरह से मालाबार समूह विभिन्न देशों और एजेंसियों के प्रयासों में शामिल हो रहा है.
मालाबार ने इस मिशन के लिए “थानल” के साथ गठजोड़ किया है, जो समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है. भोजन बनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित रसोइयां बनाई गई हैं. अच्छी तरह से प्रशिक्षित कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए रखा गया है कि भोजन अत्यंत सावधानी और स्वच्छता के साथ तैयार हो. मालाबार और थानल दोनों के स्वयंसेवक मिलकर सड़कों पर और जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट बांटते हैं.
पैकेट मुख्य रूप से रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों और अस्पतालों में बांटे जाते हैं. करीब 75 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्हें रोजाना भोजन मिल रहा है. महिलाओं और बच्चों को भी इस पहल से लाभ मिल रहा है. इसके अलावा, मालाबार के स्वयंसेवक देश में गरीबी की स्थिति का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण भी करते हैं.
मालाबार समूह हंगर-फ्री कार्यक्रम के अलावा स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और आवास के मामले में भी वंचितों की मदद कर रहा है. मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स सहित मालाबार समूह के सभी वर्टिकल सामाजिक सेवा कार्यक्रमों को चलाने के लिए कंपनी के लाभ का 5% हिस्सा अलग रखते हैं. इस अवधि में मालाबार ने लोगों और समाज की भलाई के लिए करीब 200 करोड़ रुपये का योगदान दिया है.