पोषण ट्रैकर एैप पर फीडिंग कार्य में शिथिल सीडीपीओ को मिलेगी प्रतिकूल प्रविष्टि

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अवधनामा संवाददाता

बहराइच । कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति/कन्वर्जेन्स समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि पोषण ट्रैकर एप पर प्रत्येक दशा में वास्तविक डाटा को शत-प्रतिशत अपलोड किया जाए। उन्होंने सचेत किया कि किसी भी दशा फीडिंग की प्रगति 95 प्रतिशत से कम नहीं होनी चाहिए। डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि 95 प्रतिशत से कम डाटा फीडिंग कराने वाले सीडीपीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि दिलाएं तथा 95 प्रतिशत से अधिक डाटा फीडिंग कराने वाले अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह दिलाया जाए।
बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर ने बताया कि जनपद बहराइच में पोषण ट्रैकर एैप पर वर्तमान में 93.96 प्रतिशत बच्चों का वज़न आनलाइन फीड किया गया है। जो प्रदेश में 28वें स्थान पर है। जबकि विगत दो माहों मार्च में 93.25 व अप्रैल में 93.78 प्रतिशत था। पोषाहार फीडिंग की बात की जाए तो जिले में 68.63 प्रतिशत डाटा फीड किया गया है जो प्रदेश में 18वें स्थान पर है। श्री कपूर ने होम विज़िट डाटा फीडिंग में जनपद प्रदेश के टॉप 05 जिलों में शामिल है। वर्तमान समय में होम विज़िट की डाटा फीडिंग का प्रतिशत 94.42 है। उन्होंने बताया कि मासान्त अप्रैल तक वीएसएसएनडी दिवस व सामुदायिक आधारित गतिविधियों में फीडिंग का प्रतिशत क्रमशः 74.18 व 79.12 प्रतिशत है। जबकि पोषण टैकर एैप पर लाभार्थियों की आनलाइन आधार फीडिंग का प्रतिशत 99.27 है।
बैठक के दौरान पोषण ट्रैकर एैप पर वज़न फीडिंग कार्य की परियोजनावार समीक्षा के दौरान पाया गया कि विकास खण्ड बहराइच नगर, चित्तौरा, मिहींपुरवा की फीडिंग 95 प्रतिशत से कम पाई गई। होम विज़िट डाटा फीडिंग की समीक्षा में ब्लाक बहराइच नगर, बलहा, चित्तौरा, मिहींपुरवा, शिवपुर व रिसिया का प्रतिशत भी 95 प्रतिशत से कम पाया गया। वीएसएसएनडी दिवस व सामुदायिक आधारित गतिविधियों में की बात की जाय तो ब्लाक पयागपुर को छोड़कर शेष परियोजनाओं की फीडिंग भी 90 प्रतिशत से कम पाई गई। समीक्षा के दौरान पाया गया कि परियोजना पयागपुर की फीडिंग कार्य मानक के अनुसार पाए जाने पर डीएम ने सीडीपीओ पयागपुर अनिल कुमार पाण्डेय के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए अन्य सीडीपीओ को भी उनका अनुसरण करने का निर्देश दिया।
डीएम मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि जिन ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर डाटा फीडिंग कार्य प्रभावित हो रहा है वहां के ज़िम्मेदार कर्मचारियों को परियोजना मुख्यालय पर बुलाकर फीडिंग कार्य करायी जाय अथवा आस-पास के ऑगनबाडी केन्द्रों के दक्ष कार्मिकों की मदद लेकर फीडिंग कार्य मानक के अनुसार कराया जाय। वीएचएसएनडी दिवस सत्रों की फीडिंग भी 90 प्रतिशत कम नहीं होनी चाहिए। डीएम ने निर्देश दिया कि 90 प्रतिशत से कम फीडिंग वाले ज़िम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों को चेतावनी पत्र जारी किया जाय। आगामी बैठक तक सुधार परिलक्षित न होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध भी प्रतिकूल प्रविष्टि देने की कार्यवाही की जाय।
डीएम मोनिका रानी ने डीपीओ को निर्देश दिया कि सभी परियोजनाओं को संसाधनों से परिपूर्ण किया जाए। जहां पर पर्याप्त मात्रा में संसाधन नहीं है वहां पर उनकी आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। आवश्यकता के अनुसार उपकरण की मांग हेतु उनकी ओर से शासन को पत्र भी भिजवाया जाए। परियोजना अन्तर्गत लक्षित बच्चों के शत-प्रतिशत आधार बनाये जाने के सम्बन्ध में डीएम ने निर्देश दिया कि वीएचएसएनडी सत्र के दौरान अभियान संचालित कर छूटे हुए बच्चों का आधार बनवाया जाए।
बैठक का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह, डीएफओ बहराइच संजय शर्मा, डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जिला विद्यालय निरीक्षक जे.पी. सिंह, बीएसए अव्यक्तराम तिवारी सहित अन्य अधिकारी, राजस्व गॉव गोद लेने वाले सम्बन्धित अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित रहे।

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