पीएम मोदी ने किया 91 एफएम ट्रांसमीटरों का उद्घाटन

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विस्तार ऑल इंडिया एफएम बनने के लिए है महत्वपूर्ण कदम: पीएम मोदी

  • डिजिटल इंडिया ने रेडियो को नए श्रोता ही नहीं नए विचार भी दिए, पीएम मोदी बोले- होस्ट के रूप में है मेरा रिश्ता

नई दिल्ली। रेडियो के विस्तार को नया आयाम देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एक साथ आकाशवाणी के 91 एफएम रेडियो ट्रांसमीटरों की शुरूआत की। देश के अधिकांश आकांक्षी जिले के दूर-दूराज के इलाकों में एफएम रेडियो प्रसारण कवरेज पहुंचाने के लिए उठाए गए इस कदम को पीएम ने देश में रेडियो क्रांति के विस्तार का हिस्सा करार दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आकाशवाणी के इन एफएम ट्रांसमीटरों की शुरुआत देश के 85 जिलों के दो करोड़ लोगों के लिए सौगात तो है ही साथ ही यह उपहार भारत की विविधता और विभिन्न रंगों की झलक प्रदान करता है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज ऑल इंडिया रेडियो की एफएम सेवा का ये विस्तार ऑल इंडिया एफएम बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऑल इंडिया रेडियो के 91 एफएम ट्रांसमिशन की ये शुरूआत देश के 85 ज़िलों के 2 करोड़ लोगों के लिए उपहार की तरह है।
पीएम ने कहा कि अभी कुछ दिन बाद ही मैं रेडियो पर मन की बात का 100वां एपिसोड करने जा रहा हूं। मन की बात का ये अनुभव, देशवासियों से इस तरह का भावनात्मक जुड़ाव केवल रेडियो से ही संभव था। मैं इसके जरिए देशवासियों के सामथ्र्य से और सामूहिक कर्तव्यशक्ति से जुड़ा रहा।
इस दौरान इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है कि आज 91 एफएम ट्रांसमीटरों का उद्घाटन किया जा रहा है। यह स्थानीय लोगों तक मनोरंजन, खेल और खेती से संबंधित जानकारी प्रसारित करने में बहुत मददगार होगा। मन की बात ने रेडियो की लोकप्रियता बढ़ाई है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारी सरकार निरंतर तकनीक के लोकतंत्रीकरण के लिए काम कर रही है। भारत अपने सामथ्र्य का पूरा इस्तेमाल कर पाए, इसके लिए जरूरी है कि किसी भी भारतीय के पास अवसरों की कमी ना हो। आधुनिक तकनीक तो सभी के लिए सुगम और अफोर्डेबल बनाना, इसका एक बड़ा माध्यम है।
पीएम ने कहा कि बीते वर्षों में देश में जो तकनीकी क्रांति हुई है, उसने रेडियो और विशेषकर स्नरू को नए अवतार में गढ़ा है। इंटरनेट के कारण रेडियो पिछड़ा नहीं, बल्कि ऑनलाइन एफएम और पोडकास्ट के जरिए इनोवेटिव तरीकों से सामने आया है। यानी डिजिटल इंडिया ने रेडियो को नए श्रोता भी दिए हैं और नई सोच भी दी है।
पीएम ने कहा कि एफएम ट्रांसमिशन से बन रही इस कनेक्टिविटी का एक और आयाम है। देश की सभी भाषाओं और विशेषतौर पर 27 बोलियों वाले इलाकों में इन एफएम ट्रांसमिशन्स से प्रसारण होगा।
रेडियो से होस्ट के रूप में है पीएम का रिश्ता
मन की बात कार्यक्रम का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि उनके लिए विशेष खुशी की बात है कि रेडियो से उनका एक होस्ट के रूप में रिश्ता है और इस रविवार को मन की बात का 100वां एपिसोड इसका प्रतीक है।प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि देशवासियों से मन की बात के जरिए इस तरह का भावनात्मक जुड़ाव, रेडियो के माध्यम से ही संभव हुआ है।
स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढाओ और हर घर तिरंगा जैसी पहल का उदाहरण देते हुए पीएम ने कहा कि रेडियो पर प्रसारित मन की बात के माध्यम से ही प्रयास जन आंदोलन बन पाए। उन्होंने कहा कि 91 एफएम ट्रांसमीटरों का उद्घाटन सरकार की उन नीतियों को आगे बढ़ाता है, जो वंचितों को वरीयता देती हैं। जिन लोगों को दूरस्थ माना जाता था उन्हें अब व्यापक स्तर पर जुडऩे का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण के लिए लगातार काम कर रही है और यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी भारतीय को अवसर की कमी महसूस नहीं होनी चाहिए।
पीएम ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में तकनीकी क्रांति से रेडियो और खासकर एफएम एक नए रूप में उभरा है। पॉडकास्ट और ऑनलाइन एफएम के माध्यम से रेडियो के नए रंग-रूप सामने आए हैं। डिजिटल इंडिया ने न केवल रेडियो को नए श्रोता दिए हैं, बल्कि एक नई विचार प्रक्रिया भी दी है। शिक्षा और मनोरंजन समाज के उन समुदायों तक भी पहुंच रहे हैं, जो दशकों से इस सुविधा से वंचित थे। डीटीएच चैनलों पर विभिन्न प्रकार के शिक्षा पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जहां एक से अधिक विश्वविद्यालयों का ज्ञान सीधे घरों तक पहुंच रहा है।
27 बोलियों वाले क्षेत्रों में किया जाएगा एफएम का प्रसारण
प्रधानमंत्री ने रेडियो की भाषाई विविधता का उल्लेख करते हुए कहा कि एफएम का प्रसारण सभी भाषाओं और विशेष रूप से 27 बोलियों वाले क्षेत्रों में किया जाएगा। सरकार सांस्कृतिक संपर्क और बौद्धिक संपर्क को भी मजबूत बना रही है।
प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी जैसे सभी संचार चैनलों के विजन और मिशन को रेखांकित करते हुए कहा कि कनेक्टिविटी किसी भी रूप में हो इसका उद्देश्य देश और इसके 140 करोड़ नागरिकों को आपस में जोडऩा होना चाहिए। नए एफएम ट्रांसमीटर देश में एफएम कनेक्टिविटी बढ़ाने की सरकार की प्रतिबद्धता के एक हिस्से के रूप में, 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 85 जिलों में 91 नए 100वॉट क्षमता वाले एफएम ट्रांसमीटर स्थापित किये गए हैं।
इस विस्तार का विशेष ध्यान आकांक्षी जिलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में कवरेज बढ़ाने पर है। जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया गया है उनमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, नगालैंड, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, लद्दाख और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं। इसके जरिए लगभग 35,000 वर्ग किमी क्षेत्र में एफएम रेडियो कवरेज का विस्तार होगा।

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