अवधनामा संवाददाता
मोहम्मदी-खीरी। तहसील क्षेत्र में किसानों के गेहूं की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए खोले गए क्रय केन्द्रों पर चैथे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा इन केन्द्रो पर एक दाना गेहूं की खरीद नहीं हो सकी। खुली बाजार में समानांतर मूल्य होने के चलते सरकारी खरीद से किसानों का मोह भंग होता नज़र आ रहा है। जबकि आढ़तियों के यहां भारी आवक के चलते हो रही तौल सरकारी व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रही है। कस्बा की नवीन गल्ला मण्डी में किसानों की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए परिसर में आठ क्रय केन्द्रों को स्वीकृति मिली है जबकि तीन केन्द्रों को ग्रामीण क्षेत्रों में ही स्थापित करने का आदेश हुआ है। इन केन्द्रों पर एक अप्रैल से तौल शुरू करने के आदेश की मोहम्मदी तहसील में हवा निकल गई। आज चैथे दिन भी किसी केन्द्र पर खरीद शुरू नहीं हो सकी। किसानों का कहना है खुली बाजार में समर्थन मूल्य के समानांतर मूल्य मिल रहा है जबकि सरकारी केन्द्रों पर बिक्री करने पर 50 रूपयो से अधिक कमीशन देना पड़ जाता है और आनलाइन का भी खर्चा बढ़ जाता है। जिसके चलते हफ्तों तक भुगतान कराने के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं। वही खुली बाजार में समानान्तर मूल्य होने के चलते हमे न तो आनलाइन का खर्च देना पड़ रहा है और न ही कमीशन।