अवधनामा संवाददाता
अब स्वदेशी मशीनों के सहयोग से पूरा होगा ऊर्जा – आत्मनिर्भरता का लक्ष्य
सोनभद्र/सिंगरौली गरुवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स (एनसीएल) की दुधिचुआ परियोजना के मशीनी बेड़े में ‘मेक इन इंडिया के तहत’ निर्मित स्वदेशी एवं आधुनिक भारी 190 टन क्षमता के तीन डंपर शामिल हुए ।
नए डंपरों का सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह ने उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक(तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक(कार्मिक), श्री मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण एवं निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री जितेंद्र मालिक, एनसीएल की परियोजना एवं मुख्यालय के महाप्रबंधक, दुधिचुआ परियोजना के महाप्रबंधक सहित विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारीगण के साथ ही डंपर निर्माता कंपनी के वरिष्ठ सदस्य भी उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनसीएल के सीएमडी श्री भोला सिंह ने कहा कि हाल में एनसीएल में बड़ी संख्या में भारी मशीनों को नियोजित किया गया है जिनकी मदद से हम आगामी वर्षों में अपने बढ़े हुए लक्ष्यों को हासिल करेंगे l
श्री सिंह ने मशीनों को अपनत्व की भावना के साथ संचालित करते हुए उसकी रख रखाव पर विशेष ध्यान देने का आग्रह कियाl इस अवसर पर बोलते हुए एनसीएल के उत्कृष्ट प्रदर्शन का श्रेय उन्होने प्रत्येक कर्मी को दिया। उन्होने नई मशीनों के संचालन हेतु परिचालकों के आभाषी एवं अन्य माध्यमों से प्रशिक्षण हेतु आह्वान किया ।
एनसीएल की ओपनकास्ट खदानों में डंपर का उपयोग कोयले एवं अधिभार को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए होता है। इसी कड़ी में एनसीएल ने उन्नत तकनीकी से युक्त इन स्वदेशी डंपरों की तैनाती की है जो सभी सुरक्षा सुविधाओं जैसे ऑटो फायर, सप्रेशन सिस्टम, आडियो विजुअल, रिवर्स अलार्म, पे लोड मॉनिटरिंग सिस्टम आदि से लैस हैं l
देश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकता के अनुरूप एनसीएल के उत्पादन लक्ष्य भी बढ़ रहें है जिनको पूरा करने के लिए एनसीएल नई मशीनें नियोजित कर रही है। एनसीएल विशालकाय 20 क्यूबिक मीटर क्षमता की शोवेल, 190 टन क्षमता के डंपर, नई ड्रेगलाईन व अन्य मशीनें अपनी खदानों में उतार रही है। एनसीएल में पिछले वर्षों में 90 से अधिक 190 टन क्षमता के डंपर विभिन्न परियोजनाओं में तैनात किए गए है। आने वाले समय में 52 नए 190 टन क्षमता के डंपर खदानों में उतारे जाएंगे