अवधनामा संवाददाता
गुरूओं के बताये धर्ममार्ग पर चलकर बितायें यह वर्ष : चन्द्रेश्वरगिरी महाराज
ललितपुर। भारतीय संस्कृति के अनुसार नये वर्ष का आगमन आज से हुआ है। नूतन संवत्सर के शुभारंभ पर बुधवार को श्री सिद्धपीठ चण्डी मंदिर धाम परिसर में परम पूज्य महामण्डलेश्वर, चण्डीपीठाधीश्वराचार्य स्वामी चन्द्रेश्वरगिरी जी महाराज के सान्निध्य में धर्मपताका का रोहण किया गया। इस दौरान महामण्डलेश्वर स्वामी चन्द्रेश्वरगिरी महाराज ने नव संवत्सर 2080 का वर्णन करते हुये बताया कि इस वर्ष के राजा बुध व मंत्री शुक्र हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रत्येक मनुष्य को गुरूओं का आशीर्वाद लेकर उनके बताये धर्म मर्ग का अनुशरण करना चाहिए। ताकि पूरे वर्ष सुख, शान्ति, प्रसन्नता से व्यतीत हो। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान बढ़ेगा। इसलिए मां भगवती की आराधना करते हुये अपना जीवन व्यतीत करें। तदोपरान्त सिद्धपीठ चण्डी मंदिर धाम पर शत चण्डी का शुभारंभ परम पूज्य महामण्डलेश्वर चण्डी पीठाधीश्वराचार्य स्वामी चन्द्रेश्वरगिरी महाराज के परम सान्निध्य में हुआ। इस पूजन में मुख्य यजमान भगवान सिंह परमार सपत्नीक, लखनलाल रावत सपत्नीक, सत्येन्द्र प्रताप सिंह सिसौदिया सपत्नीक आदि नौ दिवसीय पूजन करेंगे। सिद्धपीठ पर दुर्गासप्तमी के पाठ भी आज से प्रारंभ हुये। अन्य यजमानों के पाठ का संकल्प हुआ। मंदिर पर सुबह से ही मां की आराधना करने वाले भक्तों का तांता लगा रहा। तो वहीं प्रतिदिन रात्रि में माँ चण्डी का विभिन्न पूजन सामग्री से परम पूज्य महामण्डलेश्वर द्वारा अर्चन किया जाता है, जो कि विशेष मंत्रों से संपन्न कराया जाता है। इस दौरान भगवान सिंह परमार, लखनलाल रावत, प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू, लखन यादव, सत्येन्द्र प्रताप सिंह सिसौदिया, अमित लखेरा, अनूप मोदी, अश्वनी पुरोहित गोलू, शान्तनु पुरोहित गोल्डी, संदीप शर्मा एड., शत्रुघन यादव, अमित लखेरा, वेद लिटौरिया, दीपू यादव, मनीष झां, आदित्य द्विवेदी, शुभम पस्तोर, आयुष पाठक, कल्यान दाऊ, अवधेश शर्मा छोटू आदि मौजूद रहे।