अवधनामा संवाददाता
ब्लड बैंक में पकड़ा गया गुप्तरोग का ब्लड डोनर
अयोध्या। प्रोफेशनल ब्लड डोनरों का अड्डा बना अयोध्या जिला चिकित्सालय मामला शुक्रवार का है जहां जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में उस समय ह्ड़कंप मच गया ज़ब एक ब्लड डोनर कि ब्लड जांच कि रिपोर्ट में गुप्तरोग निकला। जबकि उक्त ब्लड डोनर के ब्लड में रोग कि जानकारी होते ही ब्लड बैंक ने रिकार्ड के आधार पर डोनर को खोज लिया गया हैं। बताते चले कि उक्त ब्लड डोनर थाना कैंट के लालकुर्ती का रहने वाला हैं जिसे नशे कि लत लग गयी। जिसकी जरूरत पूरी करने के लिए उसने ब्लड बेच कर पूरा करने लगा। डोनर ने पैसे की लालच में पिछले तीन महीनों में करीब सात बार अपना ब्लड निकलवाया जिसमें ब्लड बैंक की संलिप्तता होने के डर से उक्त डोनर का ब्लड किसी को चढ़ाया नहीं गया बल्कि उसे निरस्त करवा दिया गया उक्त जानकारी जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ० सी बी एन त्रिपाठी ने देते हुये बताया कि अगर एक ही व्यक्ति ने तीन महीनों के भीतर सात बार ब्लड डोनेट किया हैं तो कहीं ना कहीं ब्लड बैंक का स्टॉफ भी शामिल हैं। जबकि ब्लड बैंक का पंजीकरण करने वाली संस्थान नाको का निर्देश हैं कि किसी भी व्यक्ति खून प्रति तीन महीनें में एक ही बार निकला जा सकता हैं लेकिन इसमें डोनर ने तीन महीनों के भीतर सात बार ब्लड डोनेट किया हैं। वहीं डोनर कि पहचान कर उसे ब्लड बुलाकर उसकी अन्य जांचे करवाते हुये उसकी काउंसिलिंग भी कराई गयी।और उसे ब्लड बैंक में आने पर प्रतिबंधित कर दिया गया हैं।
बताते चले कि ब्लड बैंक में यह धंधा काफ़ी दिनों से फल-फूल रहा था जिसका खुलासा डोनर की जांच से पता चला है।