अवधनामा संवाददाता
बैनामा लेखन कार्य को भी पूरी तरह से किया बंद
अतर्रा/बांदा। मुंसिफ न्यायालय के भूमि अधिग्रहण व एसीजीएम न्यायालय में एसी जीएम नियुक्ति में हो रही हीला हवाली को लेकर अधिवक्ताओं ने कलम बंद हड़ताल की घोषणा की । बैनामा लेखन पर प्रतिबंध का भी हुआ निर्णय ।
लंबे समय से मुंसिफ न्यायालय के लिए भूमि अधिग्रहण वा ए सीजियम न्यायालय में न्यायाधीश की नियुक्ति को लेकर अधिवक्ता आंदोलनरत हैं लगभग 15 दिनों से चल रही हड़ताल के बावजूद अब तक शासन प्रशासन संे कोई हरी झंडी ना मिलने से अधिवक्ताओं ने आक्रोशित होकर सोमवार को अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अमर सिंह राठौर की अध्यक्षता में आम सभा की बैठक बुलाई जिसमें सर्वसम्मति से कलम बंद हड़ताल की घोषणा की गई साथ ही उप निबंधन कार्यालय के कार्य को भी ठप करने के लिए बैनामा लेखन कार्य को भी पूरी तरह से प्रतिबंध कर दिया गया। जिससे अब अधिवक्ताओं की हड़ताल में मुंशी व बैनामा लेखक भी शामिल हो गए संघ के अध्यक्ष श्री राठौर ने कहा कि लंबे समय से अधिवक्ता संघ के भवन में ए सीजीएम न्यायालय कि सारे मानकों को पूरा कर हैंड ओवर कर दिया गया है लेकिन अब तक न्यायाधीश की नियुक्ति में मामला लटका हुआ है इसके साथ ही घुमत ग्रहण के मामले में भी हीला हवाली हो रही है महासचिव मनोज द्विवेदी ने कहा कि वडकारी युवा फरियादियों के हित में भूमध्य ग्रहण हुआ एसडीएम न्यायालय की लड़ाई चल रही है जब तक मांगे पूरी नहीं होती अब पूरी तरह से कलम बंद हड़ताल रखी जाएगी अधिवक्ता अरविंद पांडे सूरज बाजपेई राजेश द्विवेदी राजेंद्र गुप्ता श्याम बाबू गुप्ता शिव मूर्ति मिश्रा सुशील गुप्ता ने भी हो रही है इलाहाबाद में कलम बंद हड़ताल की बात कही बताते चलें कि बैनामा लेखन बंद होने से अब लाखों रुपए की रोजाना राजस्व को क्षति होने की संभावना है सोमवार को स्टांप वेंडर की दुकानों में पूरी तरह से सन्नाटा दिखा व वादकारी अगली तारीख लेकर मायूस होकर घर वापस लौट गए बैठक में अधिवक्ता संतोष द्विवेदी मनोज श्रीवास्तव दिनेश बाजपेई श्याम बाबू गुप्ता अवनीश तिवारी शिव मूर्ति मिश्रा राममिलन कुशवाहा बृजमोहन सिंह राठौर धीरेंद्र सिंह अतुल दीक्षित राजकुमार पाठक आदि मौजूद रहे।