अवधनामा संवाददाता’
प्राचीन मंदिरों में सुमार है कुलकुला देवी मंदिर
डीएम ने निरीक्षण कर मांगा प्रस्ताव, जल्द शुरू होगा कार्य
कुशीनगर। प्राचीन मंदिरों में सुमार कुलकुला देवी स्थान मंदिर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा। इसके लिए डीएम ने प्रभागीय बना अधिकारी से प्रस्ताव मंगा है। प्रस्ताव मिलते ही जल्द कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
उक्त बातें जिलाधिकारी रमेश रंजन ने शुक्रवार को कसया तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा कुड़वा उर्फ दिलीप नगर में अवस्थित कुलकुला देवी स्थान तथा ग्राम कनौरा व नारायणपुर में स्थित संगम स्थल का निरीक्षण करने के दौरान कहा। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने कुलकुला देवी के साथ सियरही माता स्थान मंदिर को भी देखा। पास स्थित हिरण्यावती नदी में फैले कचरे के निस्तारण हेतु जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी कसया को निर्देशित किया। कुड़वा दिलीप नगर के ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि उक्त स्थल पर पूर्व में राम नवमी व पशु मेला भी लगता था। जिलाधिकारी ने प्रभागीय वन अधिकारी अनिल श्रीवास्तव को निर्देशित किया कि उक्त क्षेत्र में पर्यटन विकास हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करें। उन्होनें कहा कि पर्यटन हेतु उक्त स्थल को विकसित किया जाए। विदित हो कि जिले के सबसे प्राचीन मंदिरों में शुमार कुलकुला देवी मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कभी यहाँ पांडव आए थे। जिलाधिकारी ने मंदिर आसपास प्रकाश व्यवस्था, फर्श, परिक्रमा स्थल के विकास हेतु ग्राम प्रधान को निर्देशित किया। तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा ग्राम कनौरा नारायणपुर में घाघी, कुकुत्था व हिरण्यावती नदी के संगम स्थल का निरीक्षण किया गया। संगम स्थल पर माघ महीने में तथा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है।
सरकारी जमीन चिन्हित करने का डीएम ने दिया निर्देश
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी कसया कल्पना जायसवाल को आस पास के सरकारी जमीन के चिन्हांकन हेतु निर्देशित किया। संगम स्थल को जनपद के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने हेतु जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी कसया तथा प्रभागीय वन अधिकारी को निर्देशित किया।