अवधनामा संवाददाता
ठेकेदार ने बताया कि सब कुछ चकाचक चल रहा है
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की लापरवाही से चल रहा है भ्रष्टाचार
बाँदा प्रधानमंत्री सडक परियोजना मे ग्राम साथी मे सडक और नाली निर्माण का काम चल रहा है और इस कार्य को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा कराया जा रहा है परंतु अधिकारियों की लापरवाही के कारण और लगातार निरीक्षण ना करने के कारण ठेकेदार द्वारा मानक को किनारे रखकर कार्य कराया जा रहा है ।
सबसे पहले तो श्रम कानून के नियमो का उल्ंलघन किया जा रहा है और इस कार्य मे नाबालिक बच्चो द्वारा ईंटा गिट्टी ढोने का कार्य कराया जा रहा है , दूसरा बडा भ्रष्टाचार निर्माण सामग्री मे हो रहा है जहां मौरंग के नाम पर धूल मिट्टी और काली डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है और तीसरा सबसे बडा कारण है अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर सत्यापन नही करना है ।
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिकारियो द्वारा मौके पर जाकर सत्यापन ना करने के कारण सिर्फ कागजो मे मानक पूरे करके निर्माण कार्य को भ्रष्टाचार की भेंट चढाया जा रहा है ।
साथी और मिलाथु गांव की प्रधानमंत्री ग्राम सडक यौजना जिसमे दस किलोमीटर से अधिक सडक निर्माण होना है और उसकी लागत 73 लाख से अधिक है जिसमे पांच पुलियो सहित निर्माण होना है और भ्रष्टाचार की भेंट चढी सडक एवं पुलिया कितने दिनो तक सही सलामत रहेगी यह तो समय बतायेगा ।
ठेकेदार का कथन — जब सडक निर्माण मे चल रहे भ्रष्टाचार पर ठेकेदार अजयपाल से बात हुयी तो उन्होने बताया कि बालश्रम कानून के बारे मे हमारी कोई जिम्मेदारी नही है यह लेबर सुपरवाइजर का काम वहीं डस्ट और धूल मिट्टी के मामले मे उन्होने बताया कि कभी कभार थोडी बहुत धूल हो जाती है जबकि हमारा कार्य पूर्णतः गुणवत्ता युक्त है और हर माह भारत सरकार की तकनीकी टीम निरीक्षण करती है जिसमे हमे क्लीनचिट मिली हुयी है ।