अवधनामा संवाददाता
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष
डॉ0 देवेंद्र शर्मा ने की विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा
कुशीनगर। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा ने कहा कि यह जनपद नेपाल सीमा से जुड़ा हुआ है जिसके वजह से बाल अपराध, नशा, बाल तस्करी आदि के संबंध में हम सभी को सजग रहना होगा। बच्चों को बालश्रम, नशामुक्ति, आदि से रोके जाने के लिए उन्होंने एक समिति का गठन कर नियमित निरीक्षण किये जाने का निर्देश जिला प्रोवेशन अधिकारी को दिया।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष बुधवार को कुशीनगर मे थे। वह प्रोवेशन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, निराश्रित व विधवा पेंशन योजना, कुपोषित बच्चों के इलाज, बालश्रम रोकथाम व नशामुक्ति अभियान, सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कस्तूरबा बालिका विद्यालय, प्राथमिक विद्यालयों एंव उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति, अध्यापकों की संख्या आदि की जानकारी लेते हुए सभी विद्यालयों में प्रहरी क्लब का गठन किये जाने जोर दिया।
अध्यक्ष ने श्रम प्रवर्तन विभाग को नियमित अभियान चलाकर बालश्रम को पूरी तरह से रोकने की बात कही। इसके पूर्व समीक्षा बैठक में जिला प्रोवेशन अधिकारी विनय कुमार द्वारा महिला बाल विकास, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य, कन्या सुमंगला योजना, रानी लक्ष्मीबाई योजना के सम्बन्ध में जनपद की स्थिति से अध्ययन को अवगत कराया गया। इस दौरान अध्यक्ष डॉ0 देवेंद्र शर्मा ने बताया कि कुशीनगर जनपद में कन्या सुमंगला योजना अंतर्गत लगभग 35 हजार लाभार्थियों को योजना से लाभान्वित किया गया है जो प्रदेश में 14 वां स्थान है। उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास होना चाहिये कि जनपद को प्रथम स्थान पर लाया जाए । इसके लिये उन्होंने सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों से 5-5 फॉर्म भरवाए जाने के लिए निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार, सहित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक रविन्द्र सिंह, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी अनुरिता सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।