अवधनामा संवाददाता
मसौली बाराबंकी। नहर विभाग की कारगुजारी किसानों के लिए भारी साबित हो रही है। टेंडर के बाद ठेकेदारों द्वारा मानक से अधिक सिल्ट उठाने के बाद सही की गयीं नहर पटरी पानी आने के बाद कट रही है। बीती रात अमदहा माइनर कट जाने से करीब आधा सैकड़ा से अधिक बीघा खेती जलमग्न हो गई। सूचना पर पहुँचे अवर अभियंता ने मरम्मत कार्य शुरू कराया।
बताते चले विगत माह नहरों की हुई सिल्ट सफाई के बाद निकली सिल्ट को विभाग ने ठेकेदारों के हाथ बिक्री की तथा ठेकेदारों ने नहर विभाग के कर्मचारियों से मिलकर नहर से निकली सिल्ट के साथ साथ वर्षो से बनी नहर पटरियों की भी खुदाई कर बेच दिया और नहर से पुनः सिल्ट निकाल कर पटरी बना दी जो किसानों के लिए घातक साबित हो रही है। जिसकी शुरुआत अमदहा माइनर से हुई है बीती रात्रि जबरा हार के करीब पानी अधिक होने के कारण माइनर कट गई। गुरुवार की भोर खेतो की ओर गये किसानों ने जब देखा तो हाड़तोड़ मेहनत एव काफी लागत लगाकर बोई फसल डूबी देखी तो दिल मसोस कर रह गये। ग्राम पंचायत मेढिया के किसान बलराम की दो बीघा सरसों दिनेश की 5 बीघा सरसों पवन की 5 बीघा सरसों महेश का 6 बीघा आलू राम भजन की दो बीघा सरसो 2 बीघा, संजीव की 3 बीघा सरसो सहित दर्जनों किसानों की खेत में लगी खड़ी फसल पानी में डूब गई है। जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। नहर विभाग के जेई बद्री प्रसाद ने पहुंचकर माइनर की मरम्मत का कार्य शुरू कराया।