अवधनामा संवाददाता
अयोध्या। प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की ड्रीम लैंड में शामिल मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में स्थित श्री राम हॉस्पिटल में एक सरकारी पैथालाजिस्ट के फिजिशियन का बोर्ड लगाकर वर्षो से भोले भाले मरीजो को गुमराह कर उनकी गाढ़ी कमाई लूटने के बड़े मामले का खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मामले के वायरल होने के बाद से श्रीराम अस्पताल के आरोपी पैथालाजिस्ट सहित उनके शुभचिंतकों में हड़कंप मचा हुआ है। खबर वायरल होने के बाद घबड़ाये पैथालाजिस्ट ने अगले दिन आनन फानन में अपने कमरे के सामने से लिखे फिजिशियन शब्द पर कालिख पोत कर अपना गुनाह छुपाने की नाकाम कोशिश कर डाला है।
बात दे कि सोशल मीडिया पर चल रही खबर के अनुसार उक्त पैथालाजिस्ट जोकि श्रीराम अस्पताल में पैथालाजिस्ट के पद पर तैनात है उसके द्वारा वर्षो से कमरा नम्बर 9 में बतौर फिजिशियन बैठकर अयोध्या सहित आस पास के जिलों से आने वाले मरीजो का प्रति मरीज हजार से 2 हजार रुपए की कमीशन वाली बाहर की दवाएं लिखकर शोषण किया जा रहा है। सभी मरीजो को सरकारी पर्चे पर अपने नाम और एमबीबीएस (एमडी) की डिग्री के साथ ही बकायदा अपने व्यक्तिगत मोबाइल नम्बर की मुहर लगकार देने की भी बात सामने आई है।
श्रीराम अस्पताल के इस पैथालाजिस्ट के गोरखधंधे का खुलासा होने के बाद आपे से बाहर हुए पैथालाजिस्ट ने खुलासा करने वाली महिला पत्रकार को संस्थान से निकलवाने के साथ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज करवाने की भी धमकी अपने चाटुकारों से दिलवाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि कुछ कथित पत्रकारों द्वारा कमीशन खोरी की मोटी मलाई चाटने के कारण उक्त पैथालाजिस्ट को खुला संरक्षण दिया जा रहा है। जब इस सम्बंध में श्रीराम अस्पताल के सीएमएस डॉ सतेंद्र सिंह से जानकारी चाही गयी तो उनका कहना है कि मैं तो अभी आया हूँ जब पहले वाले सीएमएस ने कोई कार्यवाही नही की तो मैं क्या करूँ मेरा तो 3 महीना रिटायरमेंट बचा है मुझे सुकून से रिटायर होने दीजिए। जबकि सीएमओ डॉ ए राजा से बात की गई तो उनका कहना है कि ऐसा कैसे हो रहा है मुझे जानकारी नही है। ऐसा किन परिस्थितियों में किया जा रहा है उसकी जांच होगी।अब बड़ा सवाल यह है कि अगर उक्त डॉ खुद फिजिशियन ही है तो उसने खबर वायरल होने के बाद ही उस पर कालिख क्यों पोता। इसका जबाब किसी के पास नही है।