भारतोदय द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम अमर शहीदों को नमन

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लखनऊ। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से भारतोदय द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम अमर शहीदों को नमन के अन्तर्गत नाटक काकोरी ट्रेन एक्शन एवं नृत्य नाटिका मणिकार्णिका का उद्घाटन न्यायमूर्ति अताउ रहमान मसूदी (उच्च न्यायालय लखनऊ) विशिष्ट अतिथि सूर्यभान पाण्डेय उप महा न्यायधिकर्ता उच्च न्यायालय लखनऊ तथा रवीन्द्र सिंह गंगवार नेशनल क्वालिटी मॉनीटर, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, भारत सरकार सन्त गाडगेजी महाराज प्रेक्षागृह, संगीत नाटक अकादमी परिसर, गोमती नगर, लखनऊ में सम्पन्न हुआ।
नाटक का कथासार काकोरी ट्रेन एक्शन की क्रांतिकारी घटना पर आधारित हुआ। भारत के स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में काकोरी ट्रेन एक्शन एक महत्वपूर्ण घटना है।
काकोरी ट्रेन एक्शन के बाद क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाए जाने के दौरान क्रांतिकारियों द्वारा अदालत में दिए गए बयानों से पूरा देश अंग्रेजों के विरूद्ध आक्रोश
से उबल पड़ा था, तथा इसी ट्रेन एक्शन से क्रांतिकारी आंदोलन का पुनर्जागरण हुआ व देश में एक नए उत्साह का संचार हुआ और नव युवकों में देश के लिए मर मिटने
की भावना जागृत हुई। मंच पर जूही कुमारी ने सूत्रधार भारतीय, निहारिका कश्यप ने सूत्रधार भारतीय, नीलम श्रीवास्तव ने सूत्रधार भारतीय, साक्षी अवस्थी ने भारतीय, प्रणव श्रीवास्तव ने राम प्रसाद बिस्मिल, कोमल प्रजापति ने अशफाकउल्ला खां, अग्नि सिंह ने ठाकुर रोशन सिंह, विशाल कुमार वर्मा ने राजेन्द्र लाहड़ी, सौरभ शुक्ला ने विष्णु शरण दुब्लिस, विशाल श्रीवास्तव ने सचिन्द्र नाथ सान्याल, अनुराग शुक्ला (शिवा)ने चन्द्रशेखर आजाद, हर्ष सोनकर ने मुरारी लाल, हरिओम वर्मा ने मुन्मथ नाथ, श्रेयांश यादव ने केशव चक्रवर्ती, विपिन प्रताप राव ने सुरेश (कैदी), मोहम्मद दिलशाद ने अंग्रेज सिपाही, सुन्दरम मिश्रा ने जज मिस्टर ए हैमिल्टन, वरूण राव ने अंग्रेज सिपाही, सौरभ राज ने भारतीय, रवि विश्वकर्मा ने अंग्रेज सिपाही, आशीष जैन ने अंग्रेज सिपाही, अर्जुन सिंह ने भारतीय का मंच किया शुभम् गौतम ने प्रकाश व्यवस्था, शकील अहमद ने सेट, तथा प्रस्तुत कर्ता तथा लेखन परिकल्पना एवं निदेशन चन्द्रभास सिंह का रहा। उसी अवसर पर मणिकार्णिका नृत्य नाटिका का मंचन किया गया भारत एक संवेदनशील देश है। यहां बहुत से वीर सेनानियों ने एवं क्रान्तिकारियों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा और उनकी आजादी के लिये बलिदान दिया हमारे देश मे पुरूष ही नही वरन नारियों ने भी चुनौती का डटकर सामना किया है और अंग्रेजो को धूल चटाई है। आज ऐसी ही एक वीरांगना का सूक्ष्म जीवन सार आप सभी के समक्ष नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत है रानी लक्ष्मीबाई जिन्होने अनेकों बाधाओं को कार्य पार करते हुए अंग्रेजी हुकूमत को धूल चटाई तथा अपनी झांसी का रक्षण किया। इसका नृत्य निदेशन गुलाम सिंह एवं उर्मिला पाण्डेय ने किया और कलकार गुलाम सिंह, प्रेक्षा श्रीवास्तव, ज्योती शुक्ला, अर्पणा विजय, मलखान सिंह, मौसमी दीपिका आदि कलकारो ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का संचालन अनुपमा श्रीवास्तव ने किया तथा भारतोद्य के अध्यक्ष राम प्रसाद वर्मा सचिव गिरीश चन्द्र मिश्र कलाकुंज के सम्पादक पदम कान्त शर्मा उपस्थित रहे।

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