नई दिल्ली। सरकार ने पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा पर भारतीय मोर्चों की रक्षा के लिए तैनात बीएसएफ के लिए निगरानी कैमरे, ड्रोन और अन्य निगरानी उपकरणों की खरीद के लिए 30 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी है। अगले साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में बीएसएफ की पहली महिला टुकड़ी अपने पुरुष समकक्षों के साथ ऊंटों की सवारी करती भी दिखेगी। बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने बल के 58वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा कि हम पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा के अग्रिम मोर्चों पर साढ़े पांच हजार कैमरे लगाने जा रहे है।
सीमावर्ति क्षेत्रों में बढ़ी है निगरानी
उन्होंने दोहराया कि पश्चिमी मोर्चे यानी पाकिस्तान सीमा पर वर्तमान में बल के पास ड्रोन यानी मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) द्वारा उत्पन्न खतरे का मुकाबला करने के लिए एक फुल प्रूफ प्रणाली नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निगरानी बढ़ाई है।
गणतंत्र दिवस परेड में ऊंटों के दल में महिलाएं भी होंगी शामिल
उन्होंने बताया कि अगले गणतंत्र दिवस परेड में ऊंटों के दल में आधी महिलाएं होंगी। उन्होंने कहा कि यह विभिन्न कर्तव्यों और समारोहों में हमारी महिला कर्मियों की बढ़ती भूमिका का संकेत है। सीमा सुरक्षा बल की प्रसिद्ध ऊंट टुकड़ी अपने अस्तित्व के बाद से 1976 से गणतंत्र दिवस समारोह का एक हिस्सा रही है। इससे पूर्व यह सेना के एक दस्ते के रूप में 1950 से परेड में भाग लेता रहा है।
बीएसएफ ने पाकिस्तान सीमा पर 16 ड्रोन मार गिराए
मालूम हो कि इसमें सशस्त्र बीएसएफ के जवान और बैंड के दल के सदस्य शामिल होते हैं। उधर एएनआइ के अनुसार भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ती ड्रोन चुनौती के बीच बीएसएफ ने इस साल अब तक रिकार्ड 16 ड्रोन मार गिराए हैं और बल ने ड्रोन राधी प्रणाली को अपनाया है।