अवधनामा संवाददाता
मिल्कीपुर- अयोध्या। प्रदेश सरकार ने इस बार राइस मिलर्स और ट्रांसपोर्टर को धान ढुलाई के लिए ऐसे वाहनों लगाए जाएंगे जो वाहन जीपीएस से लैस होगा।जिन वाहनों में जीपीएस नहीं होगा, उनसे धान का की धुलाई नहीं कराई जाएगी। इस बार शासन इसको लेकर सख्त है। यह सारी कवायद धान की चोरी, गड़बड़ी और कालाबाजारी रोकने के लिए है।
प्रदेश सरकार किसानों को उनके धान का उचित मूल्य देने और सुविधाएं पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी के तहत धान खरीदी के साथ ढुलाई के लिए जीपीएस सिस्टम से लैस ट्रकों से ही धान की ढुलाई करायी जाऐगी।
मिल्कीपुर तहसील अंतर्गत आने वाले तीनों विकास खंड क्षेत्रों में किसानों के धान के तौल के लिए खंडासा, मिल्कीपुर, हैरिग्टनगंज, बारुन बाजार, कुचेरा, देवगांव, समेत 14 धान केंद्र खोले गए हैं, इन्हीं केंद्रों पर किसान अपने धान की बिक्री कर सकेंगे, धान बिक्री करने से पहले किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा ।इसके बाद क्षेत्रीय लेखपाल एवं कानूनगो द्वारा किसानों के आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा एक नवंबर से किसान अपने धान की बिक्री क्षेत्र में स्थापित क्रय केंद्रों पर कर सकेंगे धान की खरीदारी 28 फरवरी तक होगी ताकि किसान धान की पछेती फसल को भी आसानी से क्रय केंद्र पहुंचा कर बिक्री कर सकें। किसानों को धान की बिक्री करने से ऑनलाइन आवेदन जन सेवा केंद्र से कराना होगा उसके बाद क्षेत्रीय लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक द्वारा आवेदन का सत्यापन किया जाएगा, उसके बाद ही धान की खरीदारी की जाएगी।
एसडीएम मिल्कीपुर अमित जायसवाल ने बताया कि परिवहन के लिए रजिस्टर्ड जीपीएस वाले ट्रकों से ढुलाई कराई जाएगी। तथा इन ट्रकों की मानिटरिंग की जाएगी। खरीदी केंद्रों से धान की लोडिंग होने के बाद ट्रकों के वहां से निकलने, संग्रहण केंद्र और राइस मिल पहुंचने के समय की पूरी ट्रेकिंग की जानकारी मिलती रहेगी। ट्रक में लोड धान की मात्रा सही है या नहीं इसका पूरा रिकार्ड विभाग रखेगा।
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