अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। घर में घुसकर नकदी व जेवरात चोरी करके भाग रहे युवक को पकड़ लेने के बावजूद भी पुलिस द्वारा संतोषजनक कार्यवाही न किये जाने और राजीनामा के लिए विपक्षियों द्वारा झूठे हरिजन उत्पीडऩ के मामले में फंसा देने का आरोप लगाते हुये एक महिला ने परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र भेजा है। शिकायती पत्र में थाना पूराकलां क्षेत्र के गुदैरा निवासी सितारा पत्नी रग्गन सेन ने बताया कि बीती 30 सितम्बर को जब वह परिजनों के साथ गांव में जवारे की आरती में गये हुये थे, तब उसका पुत्र घर में अकेला था। रात करीब 11 बजे गांव का ही रहने वाला दीपू पुत्र ग्यासी रजक उसके कमरे में लगा ताला तोड़कर अंदर जा घुसा। आरोप है कि घर में घुसकर दीपू ने उसके घर की टंकी से सोने का हार व सोने की पुतरिया करीब सवा तौला की एवं चांदी के जेवरात बजन करीब 750 ग्राम व 80 हजार रुपये नकद चोरी कर ले जाने लगा। इसी बीच खटपट की आवाज सुनकर पीडि़ता का पुत्र रानू मौके पर आ पहुंचा और बिजली की रौशनी में दीपू को देखकर चिल्लाया। शोरगुल होते देख दीपू पीडि़ता के पुत्र को धक्का देकर भाग गया। बताया कि रानू ने जब पूरा घटनाक्रम उसे बताया तो वह अपना सामान वापस लेने के लिए दीपू के घर पहुंचे, जहां दीपू, उसके पिता ग्यासी, मां जानकी और प्रियंका पत्नी धर्मेंद्र ने उसे गालियां देते हुये मारपीट करने पर आमादा हो गये। आरोप है कि उक्त लोगों ने चोरी किया गया सामान तो वापस नहीं दिया, बल्कि परिजनों को जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं झूठे हरिजन उत्पीडऩ के मामले में भी फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया। पीडि़ता ने बताया कि मामले की शिकायत जब थाना पुलिस से की गयी तो पुलिस द्वारा दीपू को 151 की धारा में बंद कर लिया, लेकिन उसका चोरी किया गया सामान व जेवरात वापस नहीं दिया। पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक से मामले की जांच करायी कर चोरी किया गया सामान वापस दिलाने की गुहार लगायी है।