ताइपे। अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन लगातार ताइवान से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य आभ्यास कर रहा है। इसपर ताइवान ने अब चीन को दो टूक कहा है। ताइवान ने बुधवार को कहा कि अगर चीनी सैन्य बल उसके क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो वह अपने आत्मरक्षा के अधिकार का उपयोग करते हुए जवाबी हमला करने से संकोच नहीं करेंगे।
आत्मरक्षा के लिए करेंगे जवाबी कार्रवाई
एक समाचार ब्रीफिंग में ताइवान के ऑपरेशन और योजना के लिए जनरल स्टाफ के उप प्रमुख लिन वेन-हुआंग ने कहा कि चीन के लड़ाकू विमान और जहाज ताइवान के 12 समुद्री मील के समुद्री और हवाई क्षेत्र में तक प्रवेश कर चुके हैं। अगर चीन सैन्य अभ्यास ऐसे ही जारी रखेगा, तो ताइवान की राष्ट्रीय सेना बिना किसी अपवाद के चीन के खिलाफ आत्मरक्षा और जवाबी हमले के अधिकार का प्रयोग करेगी।
ताइवान के रक्षा अधिकारी ने कहा कि ताइवान के पास चीन की बड़े स्तर पर सैन्य गश्त जारी है। ताइवान का आरोप है कि चीन उनके देश में अस्थिरता कायम करना चाहता है।
अमेरिका और ताइवान के बीच हथियारों का सौदा
बता दें कि ताइवान ने इस महीने रक्षा बजट में दोहरे अंकों में वृद्धि का प्रस्ताव रखा है। चीन से मुकाबला करने के लिए ताइवान अमेरिका से नए आधुनिक लड़ाकू विमान खरीदने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका ने ताइवान (Taiwan) को 1.1 बिलियन अमेरिकी डालर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी देने की योजना बनाई है, जिसमें लड़ाकू जेट और एंटी-शिप सिस्टम के लिए सैकड़ों मिसाइल शामिल हैं।
ताइवान ने युद्ध क्षमता को मजबूत करने का संकल्प लिया
ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा कि ताइवान को हाल के वर्षों में चीन द्वारा विमान और युद्धपोतों से सैन्य गतिविधियों का सामना करना पड़ा है। मंत्रालय ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को रोकने के लिए ताइवान की युद्ध क्षमता को मजबूत करने की कसम खाई है। चीन से मुकाबला करने के लिए ताइवान एडवांस तकनीकों से लैस लड़ाकू विमान और युद्ध हथियारों पर अधिक निवेश करने वाला है।
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