सहरिया आदिवासियों ने अधिकारों के लिए भरी हुंकार

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अवधनामा संवाददाता

आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में प्रशासन को भेजा ज्ञापन
 
ललितपुर। अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी अधिनियम 2006 एवं नियम 2007 के तहत पट्टा एवं मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराये जाने की मांग को लेकर तहसील मड़ावरा के सहरिया आदिवासियों ने आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष हरदयाल सिंह लोधी एड. के नेतृत्व में एक ज्ञापन प्रशासन को भेजा है।
ज्ञापन में बताया कि सहरिया आदिवासियों के पूर्वज वर्षों से वनों में रहकर खेती तथा बन आश्रित संसाधनों पर खेती कर अपने परिवार का लालन पालन करते चले आ रहे हैं। आदिवासियों को मूलभूत सुविधायों तथा केन्द्र एवं उ.प्र. सरकार द्वारा चलायी जा रही जनहितैषी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जनजाति के शासन निर्देशालय जनजाति विकास विभाग द्वारा वन अधिकारी के मान्यता दी गयी है तथा अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी अधिनियम 2006 के अन्तर्गत यह प्रावधान किया गया है कि जो आदिवासी वन भूमि पर काबिज है उनको वन अधिकार के पट्टे दिये जायेगे तथा मौके पर किसी भी आदिवासी/वनों में रहने वाले अनुसूचित जनजाति के लोगो को परेशान नहीं किया जाये। उन्होंने आह्वान किया कि योजनाओं से हम अनुसूचित लोगों को लाभान्वित किया जाये। आगे बताया कि न्यायालय कलेक्टर ललितपुर के यहाँ जो बंजर/पत्थर भूमि के पटटो वालो अनुसूचित जनजाति के लोगों को नोटिस धारा 128 उ.प्र.स.सं. पटटा निरस्तीकरण के जारी किये गये है व किये जा रहे है जो गलत है एवं वन अधिकार 2006 लागू हो जाने से स्वत: ही शून्य हो जाते है। ऐसी स्थिति में धारा 128 पटटा निरस्तीकरण के जो नोटिस निकाले जा रहे है वह निरस्त किये जाये एवं हम अनुसूचित जनजाति के लोगो को परेशान न किया जाये। आदिवासियों को केन्द्र एवं उ.प्र.सरकार द्वारा चालायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं में आवास, शौचालय, पेंशन, वृद्धा, विधवा, विकलांग पेंशन, श्रम कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, गैस सिलेण्डर, कृषि एवं आवासीय पटटे प्राथमिकता के आधार पर सहरिया आदिवासियों के गांव में शिविर लगा कराकर योजनाओं का लाभ दिलाया जाये। अनुसूचित जनजाति के लोगों को जो जिस गांव में निवास काविज है उनको करता है तथा पूर्ववजो के समय से गांव सभा की जमीन वे दखल न करके रा.सं. के अन्तर्गत आवासीय एवं कृषि भूमि के पटटे प्रथम बरीयता कम मे पटटें दिये जाये एवं राजस्व विभाग द्वारा समुदाय के लोगों को परेशान नहीं किया जाये। अनुसूचित जनजाति के लोगों के पास पूर्वजों की भूमि एवं पटटे की भूमि थी, जिनमें से कई लोग मृतक हो गये हैं उनकी जगह हम लोगो के नाम उ.प्र.रा.स. के अनुसार विरासत करके हम लोगों के नाम वर्तमान खतौनी में दर्ज किये जाये। उन्होंने प्रशासन से समस्याओं के निराकरण की मांग उठायी। ज्ञापन देते समय हरदयाल सिंह लोधी एड., बुद्ध सिंह बुन्देला, राजेश यादव, महेन्द्र पाराशर, रानीदेवी, हरीबाई, पार्वती, कुसुमरानी के अलावा अनेकों सहरिया समुदाय के लोग मौजूद रहे।
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