अवधनामा संवाददाता
टाण्डा अम्बेडकरनगर । हजरत इमाम जैनुल आब्दीन अस. की शहादत की पूर्व संध्या पर मंगलवार को देर रात तक शिया समुदाय द्वारा मजलिस, मातम व जुलूस का आयोजन किया गया। साथ ही इमाम के ताबूत की जियारत कराई गयी। जलालपुर तहसील क्षेत्र के कटघर मूसा गांव स्थित इमामिया मस्जिद में मो. अब्बास की तरफ से हुई मजलिस को मौलाना सैयद कासिम मेंहदी ने खिताब करते हुए कर्बला में हजरत इमाम हुसैन अस.की शहादत के बाद उनके परिवार पर हुए अत्याचारों को बयान किया। उन्होंने अहलेबैत की फजीलत व अजमत को बयान करते हुए कहा कि कर्बला की घटना को जीवित रखने और दुनिया तक पहुंचाने में हजरत इमाम जैनुल आब्दीन अस. ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मौलाना ने कहा कि इमाम हुसैन की शहादत के बाद हजरत जैनुल आब्दीन अस. ने वहीं मार्ग अपनाया जिस पर हजरत इमाम हुसैन अस. चलते थे। बाद मजलिस अंजुमन गुंचा ए हुसैनी के सदस्यों ने जुलूस निकाल कर नौहाख्वानी किया।
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