अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज : आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 14 अगस्त को सम्पूर्ण देश में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर याद किया जा रहा है | इस कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर मध्य रेलवे,प्रयागराज मण्डल द्वारा 12 स्टेशन यथा- सोनभद्र ,मिर्ज़ापुर ,प्रयागराज, फतेहपुर ,कानपुर इटावा ,एटा,मैनपुरी,टूंडला फिरोजाबाद ,हाथरस,एवं अलीगढ़ को चयनित किया गया था , जहाँ पर आज दिनांक 10.08.22 से 14.08.2022 तक विभाजन विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी लगाईं गई | आयोजित कार्यक्रम के तेहत उक्त सभी स्टेशनों पर चित्रों के माध्यम से विभाजन के समय रेल द्वारा लोगों के पलायन को दर्शाया गया है | प्रदर्शित चित्रों के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा झेली गयीं कठिनाइयों को स्मरण कराने हेतु यह प्रदर्शनी लगाई गयी है | उक्त प्रदर्शनी के माध्यम से भारत का विभाजन किसी भी विभीषिका से कम नहीं है से जुड़े यथासंभव प्रकरणों का प्रदर्शन किया गया है|
इस अवसर पर विभन्न स्टेशनों पर स्वतंत्रता सेनानियों /परिजनों को बुलाया गया और रेलवे के अधिकारियों द्वारा उनका सम्मान किया गया | प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी स्व.रमेश मालवीय जी के भाई सुभाष तिवारी जी ने स्टेशन पर लगी विभाजन विभीषिका से सम्बंधित चित्रों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया | सुभाष तिवारी जी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और रेलवे द्वारा इस प्रकार का आयोजन किये जाने पर रेल प्रशासन को धन्यवाद दिया गया | इसी क्रम में इटावा रेलवे स्टेशन पर विभाजन विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. कृष्ण लाल जैन के पौत्र आकाशदीप जैन ने फीता काट कर किया | आकाशदीप जी ने अपनी बातों को साझा किया | इसी क्रम में अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर महान स्वतंत्रता सेनानी स्व.पं. छोटे लाल गौतम जी के पुत्र कामेशकुमार गौतम द्वारा विभाजन विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया | इस अवसर पर उन्होंने अपने स्व. पिता जी की बातों को साझा किया | इसी क्रम में मैनपुरी स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी स्व. शिव बक्श सिंह राठौर के पुत्र सुभाष सिंह राठौर द्वारा विभाजन विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया | सुभाष सिंह राठौर द्वारा अपने पिता जी की बैटन को सभी के साथ साझा किया और कहा की देश को आजादी दिलाने वाले इन स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को हम कभी नहीं भूल सकते | इसी प्रकार के कार्यक्रम अन्य स्टेशनों पर भी आयोजित किया गया|