अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। 102 एंबुलेंस सेवा गर्भवतियों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। इसका एक ताजा उदाहरण सीएचसी मोतीचक में देखने को मिला। एम्बुलेंस में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों की तत्परता, कुशलता एवं अनुभव से गर्भवती का एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया गया। एंबुलेंस में गर्भवती की हालत नाजुक देख प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीचक मथौली में भर्ती कराया जहां जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है।
ईएमटी मुन्ना चौहान ने बताया कि विशुनपुरा गांव निवासी सिंधु देवी पत्नी जितेंद्र (24) की सुरक्षित एम्बुलेंस में प्रसव कराया गया। गर्भवती के परिवार वालों ने एंबुलेंस बुलाने में थोड़ी देर कर दी थी गर्भवती के घर जब पहुंचे तो उसकी तबियत सही नहीं थी, तुरंत ही उसे लेकर अस्पताल के लिए रवाना हो गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी हालत बिगड़ने लगी। ईएमटी ने रास्ते में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया। अगर अस्पताल पहुंचने का इंतजार करते तो शायद अनहोनी हो सकती थी। ईएमटी मुन्ना चौहान ने बताया कि आकस्मिक समय में उन्हें प्रसव कराने का प्रशिक्षण दिया गया है था जो मौके से काम आया। उन्होंने आशा उर्मिला देवी और पायलट रामदुलारे की मदद से एम्बुलेंस में प्रसव कराया गया। एम्बुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराने पर एम्बुलेंस कर्मियों का चहुओर चर्चा की जा रही है। अब जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
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