अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। सोसाइटी फॉर डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स और साई ज्योति संस्था के संयुक्त तत्वावधान में संचालित तथा रिलायंस फाउंडेशन द्वारा समर्थित तारा वी एड परियोजना के अन्तर्गत ललितपुर जिले के जखौरा ब्लॉक के 16 गांवों में डिजिटल साक्षरता केन्द्र बनाये गए थे। परियोजना द्वारा प्रत्येक गांव में स्मार्टफोन दीदियों के द्वारा टैब्लेट, स्मार्टफोन और इंटरनेट का प्रयोग करते हुए दो चरणों में 900 महिलाओं को डिजिटल साक्षर किया जा चुका है। डिजिटल साक्षरता केन्द्र बांसी की 60 लाभार्थी महिलाओं को डिजिटल साक्षरता के प्रमाण पत्र और उन्हीं में से 22 महिलाओं को एडवांस सिलाई तथा ब्युटी पार्लर के व्यावसायिक प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र वितरण करने हेतु सत्संग भवन बांसी में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपायुक्त एनआरएलएम राम समुझ, विशिष्ट अतिथि विनय अग्रवाल सहायक आयुक्त खाध्य सुरक्षा ने की। खाद्य सुरक्षा अधिकारी, जिला मिशन प्रबंधक रवि दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपायुक्त एनआरएलएम ने तारा वी.एड.प्रोजेक्ट के सफल संचालन हेतु डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स तथा साई ज्योति संस्था के कार्य की सराहना की तथा डिजिटल साक्षर महिलाओं से कहा कि आज के समय डिजिटल इंडिया का जमाना है, उन्होंने कहा डिजिटलाइजेशन से प्रत्येक काम बहुत आसान हुआ है। उन्होंने डिजिटल साक्षरता के काम की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में इसकी बहुत आवश्यकता है। स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक आवश्यक अंग बन चुका है, और हम सबको इसे चलाना और इसका उपयोग करना आना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं मोबाइल फोन के माध्यम से अपने काम की जानकारी इक_ा करने लगे तो वह सशक्त होगी तथा अपने जीवन में तरक्की कर सकेंगे। विशिष्ट अतिथि विनय अग्रवाल सहायक आयुक्त खाध्य सुरक्षा ने समाज के निर्माण के लिए महिलाओं की डिजिटल साक्षरता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आज के समय में पैसा, श्रम एवं समय बचाने का सबसे अच्छा माध्यम है इंटरनेट का उपयोग। उन्होंने कहा कि आज जानकारी का सबसे अच्छा स्रोत इंटरनेट है गूगल है। श्री अग्रवाल ने कहा कि जब हम ट्रेन का रिजर्वेशन कराने जाते हैं, तो हमे घंटों लाइन में लगना पड़ता है, परंतु हम कुछ मिनटो में ही अपने घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से रेलवे का रिजर्वेशन कर सकते हैं, विभिन्न स्थानों की जानकारी हम घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं, एवं कम समय कम पैसे में हम अधिक से अधिक काम कर सकते हैं। डिजिटलाइजेशन के माध्यम से लोग पूरी दुनिया से जुड़ गए हैं सेकंडो में कोई भी जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान तक पूरी और सटीक पहुंच रही है उन्होंने कहां डिजिटलाइजेशन आज हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्वपूर्ण हो गया है इसकी शिक्षा दिया जाना एवं शिक्षित होना, दोनों बहुत आवश्यक है। साई ज्योति संस्था के सचिव अजय श्रीवास्तव ने बताया कि डिजिटल साक्षर होकर महिलायें अपने काम को बेहतर तरीके से संचालित कर रही हैं। 900 महिलाओं को डिजिटली साक्षर बनाने के बाद उनमें से चयनित 85 महिलाओं को एडवांस सिलाई, ब्युटी पार्लर, वर्मी कम्पोस्ट, ग्रामीण मोबाइल पत्रकारिता तथा साबुन बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण के पश्चात ये सभी महिलाएं प्रशिक्षण में सीखे हुए कौशल का प्रयोग अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में कर रही हैं। तारा वी.एड. प्रोजेक्ट के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर पुष्पेंद्र यादव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य 25 से 45 वर्ष के आयु वर्ग की नव-साक्षर महिलाओं को सशक्त बनाना है, ताकि आवश्यक तकनीकों तक उनकी पहुँच हो और वो आर्थिक सशक्तिकरण की ओर बढ़ सकें। चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर कर्नल एम. एस. आहलुवालिया ने डिजिटल साक्षर हुई महिलाओं को शुभकामनायें भेजीं। इस अवसर 22 महिलाओं को एडवांस सिलाई तथा ब्युटी पार्लर के व्यावसायिक प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र के साथ किट भी वितरित की गयीं। कार्यक्रम के आयोजन में खाद्य सुरक्षा अधिकारी जिला मिशन प्रबंधक रवि दुबे, सीनियर सुपरवाइजर राघवेंद्र पांडे, सुपरवाइजर प्रवीन नायक, परवेज खान, स्मार्टफोन दीदी गीता झा, चंद्रकांता, डौली राजा, पूजा राजा, सोनम, रजनी, शिव कुमारी, रचना झा, रजिया, सुखवाती, सविता, राजबेटी आदि का विशेष योगदान रहा।
फोटो-पी1 कैप्सन- कार्यक्रम के दौरान मौजूद लाभार्थी व अतिथि और संस्था पदाधिकारी