अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/ब्यूरो गुरुवार को, एनसीएल के एमडीआई भवन में “ड्राफ्ट सीआईएल एचआर विजन 2025” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जहां एनसीएल के कार्मिक विभाग के अधिकारियों ने कोयला उद्योग में हो रहे परिवर्तन के अनुरूप मानव संसाधन पेशेवरों की भविष्य की भूमिका और जिम्मेदारियों पर विचार-मंथन किया ।
विनय रंजन, निदेशक कार्मिक एवं आईआर, कोल इंडिया लिमिटेड ने ‘ड्राफ्ट सीआईएल एचआर विजन 2025’ पर हो रहे कार्यशाला में विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े तथा एनसीएल की मानव संसाधन टीम के साथ बातचीत की। उन्होंने तेजी से बदलते व्यावसायिक परिवेश के अनुसार तकनीकी परिवर्तनों को अपनाने और उन्नत कौशल हासिल करने पर जोर दिया। अपने उदबोधन में उन्होंने ‘कोल इंडिया एचआर विजन’ को एक साझा दृष्टिकोण बताया और मानव संसाधन टीम से कर्मचारियों को रणनीतिक मानव पूंजी में बदलने का आग्रह किया।
इसके पूर्व कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित एनसीएल के निदेशक(तकनीकी/ संचालन एवं कार्मिक) डॉ अनिंद्य सिन्हा ने कहा कि यह कार्यशाला एक स्पष्ट, अनुभवजन्य और एकीकृत मानव संसाधन नीति तैयार करने का एक सुनहरा अवसर है | डॉ. सिन्हा ने आशा व्यक्त किया कि ‘कोल इण्डिया विजन दस्तावेज’ व्यक्तिगत लक्ष्यों को संगठनात्मक लक्ष्यों के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
“ड्राफ्ट सीआईएल एचआर विजन 2025” को एनसीएल की होल्डिंग कंपनी, कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा गठित एक टीम द्वारा तैयार किया गया है, जिसका नेतृत्व चार्ल्स जुस्टर, महाप्रबंधक (कार्मिक), एनसीएल ने किया है।
इस कार्यशाला के माध्यम से एनसीएल की कार्मिक विभाग की टीम को विजन दस्तावेज के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी और साथ ही उन्हें अपने रचनात्मक विचारों को साझा करने अवसर भी मिला |
कार्यक्रम के दौरान मुख्यालय से महाप्रबंधक(कार्मिक) चार्ल्स जुस्टर, एसएस हसन, रमेश सिंह , महाप्रबंधक(एचआरडी) दिनेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में कार्मिक अधिकारी उपस्थित रहे ।
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